घर की मुर्गियाँ 6
किरण के चेहरे पर स्माइल दौड़ गई। किरण बोली- “जी भाई साहब, आपका लण्ड मेरी चूत में धीरे-धीरे डालिये…” अजय- “वाह भाभी… आज आपको पाकर में धन्य हो गया.. और लण्ड चूत की गहराई नापने लगा। किरण की सिसकारी निकलने लग गई- “आहह… उहह… औचह…” अजय- कैसा लग रहा है किरण भाभी? किरण- “आहह… बस्स अब कुछ मत कहो… ओर जोर-जोरर से करो… सस्स्सी मजा बहुत मज्जा आ रहा है.” अजय भी आज अपनी पूरी मर्दानगी दिखना चाहता था, और फिर शाट पर शाट। क्या जबरदस्त क्या जबरदस्त चुदाई चल रही थी। बस दोनों चरम पर पहुँचने वाले थे की तभी किरण का मोबाइल बज उठा। मगर इस वक्त आखिरी …