दोस्त की मामी की समाज सेवा
मैं औरंगाबाद में रहता हूँ। हमारे पड़ोस में मेरा दोस्त रशीद रहता है। रशीद अकेला रहता है उसके परेंट्स गांव में रहते हैं। एक बार उसकी मामीजान किसी अधिवेशन के सिलसिले से दमन आयी और उसके घर पर करीब दो महीने रही। सबसे पहले उसके मामी के विषय में आप लोगों बता दूं। मेरे दोस्त की मामी का नाम फ़रीदा है वो करीब 40 साल की सांवली सुडौल शादीशुदा महिला है। वैसे तो वो हाउसवाइफ़ है लेकिन गांव में मशहूर समाज सेविका है। उसके चूतड़ और बूब्स काफ़ी बड़े बड़े …