घर की मुर्गियाँ 2

फिर रात 10:00 बजे अजय और अंजली भी घर आ चुके थे, और समीर का क्रिकेट भी लास्ट ओवर तक आ
चुका था। सबकी नजरें इस वक्त टीवी पर अटक गई थीं। इंडिया को लास्ट ओवर में 12 रन चाहिए थे।

नेहा- भाई, आज इंडिया हारेगी क्या?”

समीर- लगा शर्त… अगर इंडिया जीत गई तो क्या हारेगी बोल?

नेहा- अगर हार गई तो?

समीर- तो जो तो कहेगी में मानूंगा।

दोनों में शर्ट ये लगी की जो जीतेगा उसकी एक बात माननी पड़ेगी। और ओवर की पहली गेंद पर धोनी ने सिंगल लिया। अब 5 गेंद में 11 रन चाहिये थे। नेहा का चेहरा खुशी से खिल उठा। अब स्ट्राइक पर जदेजा था
और गेंद जोन्सन ने फुल टाश फेंक दी, और दनदनाता शाट बाउंड्री पार कर गया- चौका।

समीर- “याआ बल्ले-बल्ले…” और कुर्सी से उछल गया।

नेहा थोड़ा खामोश थी अगली बोल जोन्सन ने योर्कर फेंकी, और जडेजा की गिल्ली बिखर गई। नेहा मारे खुशी के चिल्ला पड़ी।

पापा- बेटा इंडिया की हार पर खुश नहीं होते।

नेहा- पापा, मैं तो भाई की हार पे खुश हो रही हूँ।

अब 3 गेंद बाकी और जीतने के लिए। अब 3 गेंद में 7 रन चाहिए थे, और स्ट्राइक पर हरभजन ने सिंगल ले लिया। अब हाल में खामोशी छा गई थी। धोनी स्ट्राइक पर था। दो गेंद और 6 रन।

समीर उंगलियों के नखों चबा रहा था। और धोनी ने ऐसा शाट मारा की एक टप्पे में गेंद सीमा रेखा से बाहर। नेहा की बोलती बंद। समीर की स्माइल नेहा को और जला रही थी। अब लास्ट गेंद पर दो रन चाहिए थे। और धोनी ने शाट मारा तो गेंद गोली की रफ़्तार से आसमान में उड़ गई। मगर बाउंड्री पर क्लार्क ने सुंदर कैच कर लिया।

नेहा जीत गई। मगर नेहा को अपनी जीत पर यकीन नहीं आ रहा था। उसे समीर को हराने की खुशी से ज्यादा इंडिया के हारने का दुख हुआ। अब समीर तो शर्त हार चुका था।

समीर- हाँ बोल क्या करना है मुझे?

नेहा- “आज नहीं कल बताऊँगी…”

और फिर सबने साथ में डिनर किया। अजय की नजरें बार-बार टीना के उभारों पे चली जाती थीं, शार्ट कपड़ों में टीना की फिगर देखकर अजय के गले में बार-बार धस्का सा आ जाता था। इस बार टीना ने अजय को अपने सीने को घूरता पाया। लेकिन टीना ने नजर अंदाज कर दिया, और खाना खाने में लगी रही।

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अजय चाहकर भी अपनी नजरें टीना को घूरने से नहीं रोक पा रहा था, और सोच रहा था- “काश… इन्हें छूने को मिल जाय तो मजा आ जाय…”

फिर अचानक अजय और टीना की आँखें एक दूसरे से टकरा गईं, और अजय ने भी दो पल के लिए अपनी नजरें
नहीं हटाई। टीना ने एक स्माइल करके नजरें हटा ली, जैसे कहा हो- “अंकल ऐसे क्यों घूर रहे हो?”

अजय ने भी अपनी आँखों से बोला- “मेरी जान टीना, क्या मस्त फिगर है तुम्हारी.. क्या मुझे छूने की इजाजत मिलेगी?”

डिनर के बाद नेहा टीना को अपने रूम में ले गई।

टीना- यार आज तो तू शर्त जीत गई। समीर से क्या करायेगी?

नेहा- “समझ में नहीं आ रहा है क्या कराऊँ उससे? मैं अपने रूम की सफाई करा लूँ?”

टीना- ये भी कोई काम हुआ? कुछ बड़ा सा कम करा उससे।

नेहा- तेरी आर्ट पिक बनवा लूँ भाई से, जैसी टइटेनिक मूवी में बनती थी?

टीना- तू पागल तो नहीं हो गई? तू मुझे समीर के सामने नंगी होने को बोल रही है?

नेहा- तो तू ही बता, मुझे तो कोई काम नहीं सूझ रहा।

टीना- मेरी आर्ट पिक ही बनवा दे उससे, लेकिन कपड़ों के साथ। मैं नंगी नहीं होऊँगी।

नेहा- अंडरगार्मेट (ब्रा पैंटी) में तो बनवा सकती है?

टीना- “हाँ चल देख लेंगे। नेहा, एक बात कहूँ बुरा मत मानना..”

नेहा- क्या हुआ बोल?

टीना- तेरे पापा ना आज डिनर के टाइम मेरे सीने को घरे जा रहे थे।

नेहा- क्या बकवास कर रही है, मेरे पापा के बारे में?

टीना- मैं सच कह रही हूँ, मेरी मम्मी की कसम।

नेहा- “यार तुझे गलतफहमी हुई होगी। भला वो तुझे ऐसे क्यों घूरेंगे? तू तो मेरी बहन जैसी है, यानी पापा की दो बेटियां…”

टीना- चल जाने दे इस बात को।

नेहा- वैसे एक बात कहँ, तू कपड़े भी तो ऐसे पहनती है की अच्छे-अच्छों की नजरें तुझ पर टिक जाय..” और नेहा ने एक हाथ से टीना की छाती पकड़ ली, और कहा- “वाउ यार तेरे कितने हार्ड हैं..”

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टीना भी कहां पीछे रहती। उसने भी नेहा की चूची पकड़कर दबा दी, और कहा- “तेरी क्या पिचकी हुई है, तेरी भी
तो सख्त है…”

नेहा- “तुझे मालूम है, लड़कों को कैसा फिगर अच्छा लगता है?”

टीना- “नहीं यार, इस बारे में तो मैं भी अनाड़ी हैं। पर मेरी स्कूल एक की दोस्त एक बार जिकर कर रही थी की लड़कों को मोटे-मोटे फिगर वाली पसंद आती हैं…”

टीना भी कहां पीछे रहती। उसने भी नेहा की चूची पकड़कर दबा दी, और कहा- “तेरी क्या पिचकी हुई है, तेरी भी
तो सख्त है…”

नेहा- “तुझे मालूम है, लड़कों को कैसा फिगर अच्छा लगता है?”

टीना- “नहीं यार, इस बारे में तो मैं भी अनाड़ी हैं। पर मेरी स्कूल एक की दोस्त एक बार जिकर कर रही थी की लड़कों को मोटे-मोटे फिगर वाली पसंद आती हैं…”

नेहा का एक हाथ टीना की चूचियों पर था, और टीना का एक हाथ नेहा की चूचियों पर। रूम में नाइट बल्ब जला था। दोनों बिस्तर पर लेटी एक दूसरे की चूचियां सहला रही थीं।

नेहा- टीना तेरा कोई बायफ्रेंड नहीं है?

टीना- “नहीं यार, आफर तो बहुत देते हैं। मगर ऐसा कोई नहीं मिलता जिसे अपना बायफ्रेंड बना लूँ। तूने कोई बायफ्रेंड बनाया हुआ है?”

नेहा- “नहीं यार, मेरा भी हाल तेरे जैसा है…” और नेहा ने अपना हाथ टीना की टी-शर्ट के अंदर डाल दिया तो बिना ब्रा की चूचियां नेहा की पकड़ में आ गईं।

टीना- “आईई… इस्स्स्स

… क्या कर रही है? हाथ बाहर निकाल..”

नेहा- ओहह… देख तू कैसे कर रही है। जब तेरा बायफ्रेंड पकड़ेगा तब उससे भी कहेगी की हाथ बाहर निकाल?

टीना- तो तू मेरे बायफ्रेंड की कमी पूरी कर रही है?

नेहा- हाँ यार आज रात कुछ ऐसा ही करते हैं। मैं बन जाओ तेरा बायफ्रेंड?”

टीना- तू जरूर पागल हो गई है।

नेहा- हाँ मैं पागल हो गई नहीं गया हूँ।

टीना- अच्छा जी तो तू गया है, यानी लड़का बन गया? तेरे पास वो कहां से आयेगा?

नेहा- वो क्या लण्ड पेनिस? पहले और तो काम स्टार्ट कर या पहले तुझे लण्ड ही चाहिए?” और नेहा ने अपने होंठ टीना के होंठों पर टिका दिया। दोनों अनाड़ी बाहर-बाहर जैसे बच्चे को किस करते हैं। लेकिन नेहा ने टीना
की टी-शर्ट जरूर उतार दी। एक हाथ से टीना की चूचियों को सहला रहा था। जिससे टीना गरम हो रही थी।

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टीना भी अब नेहा के कपड़े उतरवाना चाहती थी। टीना ने कहा- तूने मेरी टी-शर्ट उतार दी और अपनी नहीं। पहले अपने सारे कपड़े उतारो फिर ये खेल खेलेंगे, बायफ्रेंड-गर्लफ्रेंड वाला..” और टीना ने अपना लोवर और पैंटी उतार दी और बिस्तर पर चादर में घुस गई। नेहा भी कहां पीछे रहती? जल्दी-जल्दी वो भी नंगी हो गई, और दोनों चादर के अंदर लिपट गये।

टीना- कैसा लग रहा है तुझे? मुझे तो मजा आने लगा।

नेहा- “मुझे तो तेरा दूध पीना है..” और नेहा ने टीना का निप्पल मुँह में भर लिया, और एक बच्चे की तरह चूस चूस कर पीने लगी।

टीना कभी सोच भी नहीं सकती थी की नेहा उसका दूध पिएगी। टीना सिसक पड़ी- “ओईई अम्मी सस्स्सी उहह..”

नेहा- “इतनी आवाज मत कर किसी ने सुन लिया तो मुसीबत हो जायेगी…”

टीना- “यार तेरे चूसने से आवाज अपने आप निकल रही है..” और फिर टीना ने नेहा की चूचियां अपने मुँह में
भर ली और बड़े प्यार से चूसने लगी।

नेहा से भी कंट्रोल नहीं हुआ, और उसके मुँह से भी- “सस्सी… अहह… इस्स्स्स
आहह..” निकल गई।

टीना- अब तू क्यों आवाज निकल रही है?

नेहा- हाँ यार ये तो जादू है। आवाज अपने आप निकल रही है दूध पीने से।

टीना- वैसे ये आवाज मजे में निकल रही है।

नेहा- हाँ मुझे भी अच्छा लग रहा है।

टीना- तुझे पता है सेक्स कैसे-कैसे करते हैं?

नेहा- “नहीं तो… मुझे भी नहीं मालूम… बस ये तो मालूम है की लड़कों का लण्ड (पेनिस) हमारी चूत (वेजाइना) में जाता है तो सेक्स होता है…”

टीना- यार तूने इमरान हासमी की मर्डर मूवी देखी थी? उसमें कैसे मल्लिका की नाभि सेंसेटिव हो रही थी?

नेहा- “हाँ देखी थी..” और फिर नेहा ने चादर उतारकर नीचे फेंक दी, और टीना के पेट पर किस करने लगी।

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