मेरा नाम अराध्या है मैं ऐसे लखनऊ की रहने वाली हू, पर मैं अभी दिल्ली मे रहती हू, मैं पढ़ाई करती हू, मैं दिल्ली कॉलेज से ग्रॅजुयेशन कर रही हू, और मेरा भाई अभी अभी इंजिनियरिंग की तैयारी करने के लिए दिल्ली आया है, मेरा और कोई भाई बहन नही है, माँ और पापा दोनो स्कूल मे टीचर है और हम दोनो को दिल्ली भेजे है ताकि हम दोनो अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें. Bro Fuck Hot Sis
मैं ऐसे भी चुदक्कड़ किस्म की लड़की हू, आज तक मैं कई लड़को से चुद चुकी हू, और मैं हमेशा ये चाहती हू की लड़के मुझे च्छेदे, जब कोई लड़का मुझे छेड़ता है तो बहूत मज़ा आता है, दिल्ली आई तो यहा मेरे तीन बॉय फ्रेंड है, तो हफ्ते मे तीन बार तीनो से जरुर चुदती हू, पर जब से भाई आया है तब से मैं एक ही लड़के से मेरा संपर्क है.
अब मैं कहानी पे आती हू, मेरा भाई निश्चय अभी 21 साल का है और मैं 24 साल की हू, हम दोनो साकेत दिल्ली मे रहते है, एक कमरा किराया पर ले रखी हू, मेरा कॉलेज और निश्चय का इन्स्टिट्यूट दोनो नज़दीक है, मेरा मकान मालिक नीचे फ्लोर पे रहता है और हम दोनो उपर के फ्लोर के रहते है.
पिछले सप्ताह ही निश्चय का जन्मदिन था, ये सेक्स कहानी उसी दिन की है. सुबह मैने उसको विश किया उठते ही, पर वो उठते ही मेरे तरफ बाह फैला दिया, वो मुझे हग करना चाह रहा था, मुझे थोड़ा ऑड सा लगा, क्यों की आज तक वो कभी भी हग करने के लिए अपना हाथ आगे नही बढ़ाया था.
पर उसका बर्थ डे था तो मैने उसको गले लगा लिया, मैने उस समय डिस्टेन्स मेनटेन की, और मैं अपनी चुचियों को उसके छाती से ना चिपके इसका मुझे ख्याल था, पर जैसे ही मेरी पकड़ ढीली पड़ी उसने मुझे अपने सिने से लगा लिया, मेरी दोनो चुचियाँ निश्चय के सिने पे चिपक गया.
मेरा टी-शर्ट का गला थोड़ा ज़्यादा बड़ा था इस वजह से चुचियाँ उपर से निकालने लगी. करीब वो दो मिनिट तक थॅंक योउ दीदी थैंक यू दीदी, आप कितने अच्छे हो, कह रहा था और मुझे अपने सिने से चिपकाए हुए था, अचानक मेरा नाभि के आस पास कोई कड़ा सा चीज़ महसूस हुआ.
मैं देखा की निश्चय का लण्ड खड़ा हो चूका था, मैं तुरंत ही झटक कर अलग हो गई, और पास ही बैठी रही. फिर मैने पुछा चल बता आज का क्या प्रोग्राम है, फिर उसी ने कहा मैं तो बस अपने तीनो फ्रेंड्स, विद्युत्, मधुर और रोहन को बुलाऊंगा, शाम को पिज़्ज़ा और कोल्ड ड्रिंक्स होगा.
तो मैने कहा ठीक है चल मैं तेरे लिए जीन्स और टी शर्ट खरीद देती हू. तो बोला अभी नही मैं खुद ही आपसे माँग लूँगा, तो मैने कहा ठीक है बता तुझे क्या चाहिए तो उसने कहा मुझे जो चाहिए मैं माँग लूँगा, मैने कहा ठीक है जो भी तुम्हे चाहिए दूँगी, पर ध्यान रखना मेरे बजट मे होनी चाहिए.
तो निश्चय बोला आपके पास है और आपके बजट मे भी है. शाम को सात बाज गये, तब तक निश्चय मुझे कुछ भी नही बोला, मैने फिर पूछा निश्चय शाम हो गया है अभी तक तुमने नही बताया है की तुम्हे क्या चाहिए, तो फिर वो बोला दीदी आप चिंता क्यों करती हो, मैं माँग लूँगा. “Bro Fuck Hot Sis”
रात को आठ बाज गये उसके तीनो दोस्त भी आ गये, केक कटा, तो तीनो दोस्त चिकन तंदूरी और बियर भी लाया था, मैने कहा ये सब ठीक नही है तुम लोग अल्कोहल नही ले सकते तो बोला दीदी आज की तो बात है दोस्त का बर्थ डे है इतना तो बनता है.
मैने कहा चलो ठीक है पर ये बात मम्मी और पापा को पता नही चलनी चाहिए नही तो तेरा सारा बर्थ डे निकाल देंगे, फिर उसने मेरे से प्रोमिस करवाया की मैं कुछ भी ना बोलूं. सब कुछ हो गया, मैने नही पी, वो चारो पिया, खाया डॅन्स किया, रात को करीब 10 बजने को थे, वो तीनो चले गये.
मैने कहा निश्चय क्या बात है, दस बज गये है सारा दुकान माल बंद हो गया है और तुमने अपना गिफ्ट नही बताया. तो बोला दीदी अब गिफ्ट का टाइम आ गया है, उसने कहा आप प्रोमिस करो की जो मैं माँगूंगा वो दोगी आप, मैने कहा बोल मेरे भाई मैने तो पहले ही प्रोमिस किया है की जो भी माँगेगा मैं तुम्हे दूँगी. “Bro Fuck Hot Sis”
निश्चय बोला दीदी मैं आज आपके साथ सेक्स करना चाहता हू, मैने कहा ये क्या कह रहा है पता है तुम अपनी बहन से ये बात कह रहे हो, कोई भी भाई अपने बहन से ये बात नही करता है, तो निश्चय बोला “मैने आपको पहले ही कहा था आप प्रोमिस मत करो” आपने ही प्रोमिस किया है की मैं गिफ्ट दूँगी तो मेरा गिफ्ट यही है. अगर आप दे सकते हो तो ठीक नहीं.
तो मैने कह दिया नही मैं तुम्हे ये गिफ्ट नही दे सकती, तो निश्चय बोला ठीक है तो आज मेरा बर्थडे था आज रात को मेरा लास्ट दे होगा, या तो मैं अपने आप को समाप्त कर लूँगा नही तो घर से भाग जाऊंगा. मैने काफ़ी डर गई, मैने समझने की कोशिश की पर वो नही माना. “Bro Fuck Hot Sis”
मैने वॉश रूम गई और जब वापस आई तो देखी उसने दरवाजा बंद कर दिया, मैं खटखटाने लगी. वो नही खोला मैं काफ़ी डर गई. मैने कहा निश्चय ओपन ड डोर, जो तुम कहेगा वही करूँगी, मैं रेडी हू, प्लीज़ दरवाजा खोलो, करीब यही बात करीब 10 बार रिपीट की वो दरवाजा खोला.
वो मुझे देख रहा है, मैं बिना कुछ बोले अंदर चली गई और बेड पर बैठ गई, वो वापस आया मेरे करीब बैठ गया, पहले वो अपना हाथ मेरे जाँघ पर रखा धीरे धीरे और नजदीक हो गया, उसने पहले मेरे गाल पर किस किया, मैं चुपचाप बैठी रही, वो फिर मेरे होठ को उंगली से छुआ. “Bro Fuck Hot Sis”
फिर वो मेरे होठ पर अपना होठ रख दिया, और मुझे बेड पे लिटा दिया, मैं चुपचाप थी बस वो जो कर रहा था मैं उसका विरोध भी नही कर रही थी ना तो मैं साथ दे रही थी, फिर वो मेरी चुचि पे हाथ रखा, मैने चुपचाप थी, फिर वो दबाने लगा, और ज़ोर ज़ोर से किस करने लगा.
उसने कहा टी शर्ट उतारो, मैं बैठ गई, वो टी शर्ट खुद से खोलने लगा, मैने थोड़ा हेल्प कर दिया और टी शर्ट खोल के नीचे फेक दी, मैं ब्रा मे थी और नीचे कॅप्री पहनी थी, उसने ब्रा का हुक खोल दिया और चुचियों को दबाने लगा, फिर वो कॅप्री भी उतार दिया मैं उस समय सिर्फ़ ब्लॅक कलर का पेंटी पहनी थी.
वो नीचे जा के मेरे चूत को नाक लगा कर सूँघा, और एक लंबी सास लिया ऐसा लगा की वो मेरी पेंटी को स्मेल कर कर वो मदहोश हो गया. वो फिर मेरी पेंटी खोल दिया, और मेरे पैरो को अलग अलग कर के वो मेरी चूत को चाटने लगा, अब मेरे तन बदन मे आग लगने लगी. “Bro Fuck Hot Sis”
मुझे सब कुछ अच्छा लगने लगा अब मैं निश्चय का साथ देने लगी, और मैने भी उसको अपने आगोश मे भर लिया, अब दोनो भाई बहा एक दूसरे को प्यार करने लगे, निश्चय अपना लण्ड निकाल कर मेरे मूह मे डाल दिया, और कहने लगा साली कुत्ती ले चूस ले.
मैने भी उसको गालियाँ देने लगा, कहा बहनचोद चोद अपनी बहन को, साला हरामी आज फाड़ दे मेरी चूत को, आज मैं चुद ना चाह रही ही, तुमने मुझे पागल कर दिया है, आज फाड़ दे मेरी चूत, वो अपना लण्ड निकाल कर मेरी चूत पर रखा क्या बताऊँ दोस्तों उसका लण्ड इतना मोटा और लंबा था मुझे यकीन नही हुआ, वो फ़चा फच कर के चोदने लगा, वो मेरी बड़ी बड़ी चुचियों को मसलने लगा, मैने भी अपने गांद के नीचे तकिया लगा के चुदवाने लगी.
तभी निश्चय दो बॉटल बियर निकाला, बोला देख मेरी रानी ये मैं तेरे लिए लाया हू, मैने कहा निश्चय मैं नही पिउंगी, तो निश्चय बोला आज तो पीना पड़ेगा, मैं फिर एक बॉटल बियर पी, और एक बॉटल निश्चय ने पी, उसके बाद तो नशे मे जो जबरदस्त वो मुझे चोदा, मज़ा आ गया, पूरी रात हम दोनो एक दूसरे के हवस के शिकार बनते रहे. मज़ा आ गया, निश्चय बोला थॅंक्स दीदी आपका गिफ्ट, तो दीदी बोली थॅंक्स तो तुम्हारा भी तुम्हारा रिटर्न गिफ्ट तो और भी मजेदार था निश्चय. और हम दोनो हसने लगे लगे.