नमस्तें दोस्तों,मेरा नाम नीता हैं .यह कहानी मेरी और मेरे एक स्टूडेंन्ट की है. मेरा तलाक 3 साल पहले हो गया था, तभी से मे अकेली ही रहती हूं. में दिखने में कामुक औरत हूं. मेरी उम्र 30 साल की है और हाईट 5 फुट 8 इंच है, में दूध सी गोरी, थोड़ी सी गदराई हूं ,मेरा फिगर कुछ 42-30-38 है. उसका नाम माधव था वो तब 12वीं क्लास में था और में भी उसी स्कूल में टीचर थी. मुझे कोई लडके लाईन नहीं देते थे, क्योंकि ज्यादातर लडको को सुंदर दिखने वाली दुबली पतली हमउम्र लड़कियां पसंद थी,लेकिन माधव मुझसे बहुत बात करता था और मेरी काफ़ी इज़्ज़त भी करता था, उसकी उम्र 18 साल थी और वो काफ़ी अच्छा था, 5 फुट 6 इंच हाईट और थोड़ा सांवला था. वो स्कूल के होस्टेल मे रहता था.वो दिल का बहुत ही साफ था और कभी कोई गन्दी बात नहीं करता था, ना किसी लडकी या टीचर को गन्दी नज़र से देखता था.पर मुझे पता नही था की वो मुझे बेहद पसंद करता था.
उसके लिये भी मेरे खयाल अच्छे थे पर पता नहीं था की हमारे बीच एैसा कुछ हो जाएगा. फ़िर एक दिन मैंने शाम को स्कूल की छुट्टी के बाद देखा कि वो मुझे से कुछ कहना चाहता हैं,उसने कहा कि वो मुझे प्यार करता है.तब में कुछ भी ना बोल पायी.थोडे दिनों के बाद गर्मीओं की छुट्टीयाँ आने वाली थी.घर आकर मुझे विचार आया की में भी उसकाे हाँ बोल कर अपना अकेलापन दूर कर सकती हूँ.मेरे लिये ये अच्छा मौका था. फिर दूसरे दीन मेंने भी अपनी दिल की बात उससे लाइब्रेरी मे जाकर बता दी.वहाँ कोइ नही था तो फिर हमने किस करके एक दूसरे को गले लगाया.वो बोला की मुझसे तुम्हारी जुदाई बरदास्त नही होती.मेंने कहा थोडा ठहरों,,,में भी बहोत तडपती हूं.हमारा मिलन जल्द हो जाएगा…
थोड़े दीनो के बाद गर्मीओं की छुट्टीयाँ आने वाली थी तो सारे स्टूडेंट होस्टेल से अपने अपने घर चले गये.पर हमने थोडे दीन साथ रहने का तरीका सोचा. मैंने कहा की तुम अपने घर पर फोन करके बोल देना की छुट्टीयाँ 10 दीन बाद आने वाली है.और तुम होस्टेल से सीधे मेरे घर आ जाना,तो उसने कहा ठीक हैं. में रात को 10 बजे तक अपने घर उसका इंतजार करने लगी. फिर थोड़ी देर के बाद माधव अपना बैंग लेकर आया. मेंने ब्लू कलर की साड़ी, हरे रंग की ब्लाउज पहनी थी.मेरी नंगी कमर साफ दिख रही थी, मेरे पेटीकोट और ब्लाउज के बीच काफ़ी दूरी थी. मेरी नंगी कमर देखकर माधव बहुत खुश हो गया, में उस दिन बहुत सुंदर लग रही थी.
मेंने सब तैयारी कर रखीं थी.
हमनें जल्दी से खाना खा लिया.और मेरे रूम मे जाकर पलंग पर बैठकर एक दूसरे को देखने लगे.मेरे मन मे अजीब सी चाहत उमड़ रही थी.हम एक दूसरे को बडें रोमांच से देख रहे थे,कहाँ से शुरूआत करे मालूम ही नहीं पडता था. हसीन नजारा था… एक 30 साल की कामुक,प्यासी,जवान औरत दूसरा 18 साल का मासूम,कुंवारा लडका !!! जो दोंनो एक दूसरे मे समा जाना चाहते थे!!!! फिर उसने कहा की आज आप बहोत खूबसूरत लग रहे हो.मेंने कहा मुझे आप मत बोल,मुझे अच्छा नहीं लगता.उसने मेरा हाथ जोर से पकड लीया. में:कया हूँआ??? माधव:तुम बहोत प्यारी हों नीता.,, में अपनी पूरी ज़िंदगी तुम्हारे साथ बिताना चाहता हूँ.मेंने खड़े होकर उसे गले लगा लीया.फिर वो मुझे पीछे से लिपट गया.फिर उसने अपना एक हाथ मेरी नंगी कमर पर रख दिया और मेरी गर्दन को चूमने लगा. तभी में उसके झटके से आगे होना चाहती थी, लेकिन वो मुझे फिर से अपनी बाहों में खींचा तो अब में समझ गयी थी कि पेंट मे से उसका लंड मेरी गांड में चूभ रहा था.
माधव:तुम पूरे नंगी हो जाओगी? में:ह्म्म्म्म…इतनी जल्दी मत करो… फिर उसने मेरी बालों की क्लिप खोल दि और फिर मेरे पल्लू को नीचे गिरा दिया और मुझे पीछे से चूमने लगा और मेरी नंगी कमर को अपने मजबूत हाथों से सहलाने लगा और मुझे कहा. माधव:नीता,,आई लव यू, में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और में तुम्हारे बिना रह नहीं सकता, जब से तुम्हें देखा है सिर्फ़ तुम्हारे बारे में ही सोचता हूँ और जिस दिन तुम नहीं आती हो तो मेरा पूरा दिन खराब जाता है. में:सच ऐसा क्या है मुझमें? जो तुम मुझे इतना प्यार करते हो, में तो उम्र मे इतनी बडी हूँ कि सारे लडकें मुझे दीदी कहकर बुलाते हैं, सिर्फ़ एक तुम ही जो मेरे ऊपर अपनी जान छिड़कते हो. माधव: में नहीं जानता नीता, लेकिन जब भी तुम्हें देखता हूँ तो दिल को एक सुकून मिलता है, एक अलग सी खुशी मिलती है और तुम मोटी बिल्कुल भी नहीं हो, तूम संपूर्ण स्त्री हो जो सिर्फ़ एक अच्छे मर्द को ही पसंद आती है. मे:जैसे कि तुम. माधव :हाँ. इतने में उसने मेरी साड़ी को मेरी कमर से अलग करके एक कोने में फेंक दिया.
तभी मेंने अपने हाथ पीछे ले जाकर अपने ब्लाउज के हूक खोलना चाहा तो उसने मुझे रोक दीया. में:माधव,कया हूआ? वो:नीता,प्लीज आज मुझे सब अपने तरीके से करने दो. वो ब्लाउज के उपर से मेरे उरोंजो को दबा रहा था.मेरा तो हाल बुरा था.मेरे स्तन तीन साल बाद कीसी पुरूष का स्पर्श पा रहे थे. माधव :नीता,तुम्हारे स्तन तो कुंवारी लडकी जैसे हैं. मेें :तुम्हे कैसे पता???तुम तो मेरे साथ पहली बार कर रह हो !!! माधव :हाँ,,पर सब कहतें हैं की कुंवारी लडकी के स्तन कठोर होते है. में :सही है,मेरे पति ने मेरे स्तनों का मजा नही लीया है.मेरे स्तन अब भी सख्त है.मैंने अपनी सील भी मोमबत्ती से तोडी थी. वो काफ़ी उतेजित हो गया था.वो मेरे उरोंजो दबा रहा था.उसने झट से मेरे ब्लाउज के बटन खोल दीये.काली ब्रा मे मेरे सफ़ेद स्तनों काे देखकर वो पागल हो गया.जैसें ही उसने मेरी ब्रा निकाली तो मेरे दोनों स्तन मानो फटने वाले थे.
अगर जल्दी ब्रा ना खोली होती तो ब्रा के हूक अपने आप तूट जाते!!!! उसने मेरे पेटिकोट का नाडा खोलकर मेरी पैंन्टी भी निकाल दी.मानो एक रूप की मल्लिका नंगी खडी थी.पूरा बदन चांदनी जैसा था.उसने भी अपने सारे कपडे़ निकाल दीये.में उसका लंड देखकर हैरान हो गयी. में– तुम्हारा कितना प्यारा लंड है?? यह कहकर उसके सुपाड़े को अपनी उंगलियों से सहलाने लगी. वो – अहहह…उफफफ… फिर में उसकी तरफ़ पलटी और उसके गले लग गई. अब वो भी मेरे गले लगकर मुझे प्यार कर रहा था. फिर उसने मुझे अपने से अलग करके मेरे होंठ पर अपने होंठ रखकर उन्हें चूमने लगा. में उसके लंड को पकड़कर धीरे-धीरे सहलाने लगी, जिससे वो और प्यार से मेरें होंठ चूमने लगा. उसका लंड काफ़ी मोटा और लंबा था, लगभग 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था. फिर में उसके लटकते हुए दोनों अंडकोष को पकड़कर सहलाने लगी, अब वो इससे बहुत उत्तेजित होने लगा था. फिर वो मुझसे अलग हुआ और पास में पड़ी अपनी बैंग से कुछ निकालकर मुझे दिखाया,
जिसे में बहुत खुश हुई. वो मेरे लिए सोने की चेंन लेकर लाया था.जो मंगलसूत्र जैसी दिंखती थी. में:यह बडी़ महेंगी चीज़ कयों लाये???उसके पैंसे कहां से लायें??? वो :तुम चिंता मत करो.!!! उसने अपने हाथों से मेरे गले मे पहनाया.चेंन मेरे स्तनों को स्पर्श कर रही थी. वो मेरे स्तनों से चिपक गयी. में गरम हो गयी.वो मेरे ऊपर चढ़ गया.अब वो मुझे बहुत प्यार से निहार रहा था. में– क्या देख रहे हो? माधव– तुम्हें, तुम कितनी खुबसूरत और प्यारी हो, में सबसे किस्मत वाला इंसान हूँ जिसे तुम्हारी जैसी औरत मिली है, बिल्कुल मेरी पसंद की. अब में अपने दोनों हाथों से उसे पकड़े हुई थी और एकदम से उसके होंठ चूमने लगी. माधव:तुमने अपने पति के अलावा कीसी और के साथ करवाया है?? में:किसने कहा?तुम्हें मुझ पर भरोसा नही हैं??? में 3 साल के बाद किसी लडके के साथ सो रही हूँ, मेरे पति भी मुझे बहुत कम ही छूते थे.
माधव:में नहीं चाहता कि तुम कीसी ओर से संबंध बनाओ. में– कोइ बात नहीं , में कसम खाती हूं की में तुम्हारे सिवा कीसी ओर को छूने भी नहीं दूंगी. माधव– मैंने तुम्हारे सिवा और किसी के साथ ना तो किया है और ना ही करूँगा, में यह वादा भी दे रहा हूँ. में फिर से उसे चूमने लगी, अब वो भी बहुत प्यार से चूम रहा था. फिर वो मेरी गले लग गया. में – आई लव यू माधव, आई लव यू वेरी मच. माधव – आई लव यू टू नीता, में बता नहीं सकता हूँ कि मुझे तुम्हारी बाहों में कितना सुकून मिल रहा है, तुम्हारे जिस्म से आ रही यह खुशबू मुझे पागल कर रही है. में:आहहह…. फिर वो मेरी गर्दन पर चूमने लगा.
फिर छाती पर चूमने लगा. फिर उसने चादर को नीचे सरका दिया, जिससे मेरा नंगा जिस्म दिखने लगा. मेरे 42 साईज़ के गोरे-गोरे स्तन और उस पर वो काली सी निप्पल मेरी खूबबसूरती पर चार चाँद लगा रही थी.मेरे स्तन काफ़ी बड़े हैं, वो माधव के हाथों में नहीं समा रहे थे. फिर वो अपने एक हाथ में बूब्स लेकर उस पर अपने होंठ लगाकर चूसने लगा. फिर धीरे-धीरे वो मेरे बूब्स को अपने मुँह में डालकर चूसने लगा, अब में भी धीरे- धीरे मदहोश होने लगी थी, अब वो बहुत ही प्यार से मेरे बूब्स चूस रहा था. में: अाहह…. माधव उम्म्म्म… क्या कर रहे हो यह??? ह्म्म्म्मम… ह्म्म्म्म… और चूसो उम्म्म्मम अाहह…., दूसरा वाला भी चूसो ना प्लीज़ ह्म्म्म्ममम…आहहह.. फिर वो 20 मिनट तक मेरे के बूब्स चूसता रहा, अब में पलंग को पकड़कर तड़प रही थी.
अब मेरे बगल से बहुत आकर्षित हुआ. फिर वो मेरे बगल को चाटने लगा, अब मेे बस आँख बंद करके आहें भरती रही.
आहहह….आहहह…ओहहह… आहहह…आहहह…आहहह… आेर फिर वो मेरी कमर को चूमने लगा और अपने गाल से मेरी कमर को सहलाने लगा. फिर वो अपनी जीभ मेरी नाभि में डालकर उन्हें सहलाने लगा तो अब में पूरी उत्तेजना में पागल हुए जा रही थी, अब में अपना सर इधर उधर कर रही थी.पैंर पटक रही थी.उसके बाद वो मेरी चूत को चूमने लगा और 10 मिनट तक मेरी चूत चाटता रहा. में: अाहह….बहुत अच्छा लग रहा है माधव, अाहह…पहली बार में अपनी चूत चटवा रही हूँ अहह ह्म्म्म्ममममम…….. फफफफफ……… फफफफफ्फ़. मेरी चूत से पानी बहने होने लगा था.फिर वो मेरी जाँघो को चूमने लगा. फिर वो मेरे पैंरो के तलवो को बारी-बारी से चूमने लगा और मेरी पैरों की उंगलियों को अपने मुँह में लेकर चूमने लगा.
अब में खुशी के मारे पागल हुए जा रही थी, आईईईई…ओहहह… फिर उसने मेरी जाँघो को खोल दिया और उसके बीच में आ गया और अपने लंड को मेरी चूत के ऊपर रगडने लगा तो फिर में उठी और उसके लंड को अपने मुँह में लेकर 5 मिनट तक चूसती रही और वो मेरी गांड को सहलाने लगा. फिर जब लंड को अपने मुँह से निकाला तो वो पूरी गीला और चमकदार हो गई था. में :प्लीज़ धीरे डालना, तुम्हारा काफ़ी बड़ा और मोटा है और मेरे पति का तुमसे काफी छोटा था, उनका सिर्फ़ 4 इंच का था. माधव: अगर तुम्हें दर्द हो तो बता देना में नहीं करूँगा, में तुम्हें दर्द नहीं देना चाहता हूँ. यह कहकर उसने अपना लंड मेरी चूत में रखकर धीरे-धीरे अंदर डालने लगा. अब मुझे हल्का सा दर्द हो रहा था,
लेकिन में कुछ नहीं कह रही थी. अब उसका 5 इंच लंड अंदर जा चुका था, लेकिन उसके बाद डालते वक्त मेरी चीख निकल गयी. में :ओहहह… उहहह… में मर गईईई, कितना बाहर है? माधव : 2 इंच. में : प्लीज़, एक बार में ही डाल दो. माधव :लेकिन तुम्हें काफ़ी दर्द होगा. में: प्लीज़ डाल दो, में सह लूँगी. फिर वो मेरे ऊपर लेट गया और मेरे होंठो को अपने होंठ में दबाकर चूसने लगा. फिर उसने अपनी कमर को थोड़ा पीछे करके एक झटका दिया और अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया. मेरे मुहं से चीख नीकल पडी. आहहह…मर गईईई…गईईई…फट गईईई… आहहह…बहार निकालो…औहहह… ओहहह…माधव…छोड़ दो प्लीज… मेरी आँख से आँसू निकल गये.मेंने उसकी पीठ पर नाखून गाढ दीये.इतना दर्द मेरी चूत की सील तूटी तब भी नही हूँआ था.माधव मेरे दर्द देखकर रूक गया.पर उसका लंड मेरी चूत मे था.
फिर 5 मिनट तक वो दोनों ऐसे ही लेटे रहे और एक दूसरे को चूमते रहे. फिर जब मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ तो वो धीरे-धीरे धक्के लगाने लगा. फिर मेंने उसे अपने गले से लगा लिया और अपनी टांगो को उसकी कमर से लपेट लिया और आहें भरने लगी. में :अह ह्म्म्म्मम उहह माधव हहह्ह्ह धीरे उहह. फिर वो मेरे सीने से लिपटकर उन्हें धक्के लगा रहा था.
फिर थोड़ी देर के बाद भी में पूरी तरह से उत्तेजित होकर उसका साथ दे रही थी. फिर मेंने अपना एक बूब्स माधव के मुँह में डाल दिया, जिससे वो और भी तेज धक्के देने लगा. पूरे कमरे मे तीन ही आवाजें आ रही थी.मेरी पायल की,माधव के धक्को की और मेरी सिसकीयाँ. फिर लगभग 5 मिनट के बाद ही में चिल्ला उठी, में गईईईय..माधव अहहह…और में झड़ चुकी थी, लेकिन माधव मेरे बूब्स पीते हुए ताबड़तोड़ धक्के दे रहा था, अब वो 15 मिनट तक वैसे ही चोदता रहा, इस बीच में एक बार और झड़ चुकी थी. फिर उसने मुझे घोड़ी बनने को कहा तो में घोड़ी बन गई. फिर वो पीछे से मुझे को चोदने लगा, अब वो मेरे कंधो पर हाथ रखकर उन्हें चोद रहा था.
फिर 10 मिनट के बाद मेंने उसे रुकने को बोला और उसके लंड को बाहर निकाल कर उसकी गोद में बैठ गई और उसके लंड को फिर से अपनी चूत में डालकर चुदने लगी. अब वो मुझे अपनी गोद में बैठाकर उनके बूब्स पीते हुए चोदता रहा, तभी मेंने अपनी चूत का पानी उसके लंड पर निकाल दिया. फिर मेंने उससे पूछा कि तुम कब झड़ोगे? तो वो बोला कि पता नहीं. फिर थोड़ी देर के बाद में उठी और दीवार से चिपक कर खड़ी हो गई और अपनी दोनों टाँगे खोलकर उसे उंगली दिखाकर अपनी तरफ़ बुलाने लगी. फिर वो आया और उसने अपना लंड मेरी चूत में डालकर मुझे चिपक कर चोदने लगा.
अब लगभग 15 मिनट के बाद उसकी स्पीड काफ़ी बड़ गई थी,
अब में समझ चुकी था कि वो झड़ने वाला है.हम तुरंत वापस पलंग मे जाकर वैसी ही स्थिति में चुदाई करने लगे. फिर में उसे अपनी बाँहों में लेकर उसे प्यार करने लगी थी. तभी वो जोर-ज़ोर से झटके देकर झड़ने लगा,मेरी चूत मे हमारा प्रेमरस बरस रहा था.3 साल बंजर चूत मे वीर्य की बाढ़ आयी थी. जब वो पूरी तरह से झड़ चुका था और तभी वो मेरी बाहों में लिपट कर हाँफने लगा. फिर थोड़ी देर के बाद उसका लंड अपने आप ही मेरी चूत से बाहर आ गया और पूरा गीला होकर लटकने लगा. फिर मेंने उससे कहा कि तुम जाकर सो जाओ में बाथरूम होकर आती हूँ, मेरा पूरा बदन दर्द से तूटता था.
मेरी चूत से उसका वीर्य बहकर बाहर निकल रहा था.उस रात माधव ने मुझे 6 बार चोदा. उसके बाद हम दोनों नंगे ही एक दूसरे को बाहों मे लेकर बातेें करने लगे. माधव:नीता,मेरी बीवी बनोंगी??? में:अाहह..माधव,आई लव यू. तुमने मेरी जन्मों की प्यास बुझा दी, आई लव यू में तुम्हें इतना प्यार दूँगी कि तुम मेरे बिना रह नहीं पाओंगे.तुम्हारे जैसा छोटी उम्र का पति मुझे कहा मिलेगा???आज से में तुम्हारी पत्नी हूँ.में तुमसे उम्र में बडी हूं पर तुम्हे कभी धोखा नहीं दूंगी. फिर दस दीनों तक हमारी चुदाई चलती रही.माधव को मेरे बडे़ बड़े स्तन बहोत पसंद है.हमने शादी नही की पर एक दूसरे को पति -पत्नि मानते हैं और साथ ही रहते हैं.वो मेरे यौवन का भरपूर मजा लेता हैं.