प्यासी भाभी के घर जाकर गांड मारी

मोटी गांड की चुदाई का मजा लिया मैंने एक भाभी के घर में! मैं और वो दो दिन घर में अकेले रहे और हमने चूत गांड चुदाई का खूब मजा लिया.

मेरा नाम हर्षित है. ये बदला हुआ नाम है. मैं राजकोट शहर का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र 24 साल की है. मेरी हाईट 5 फ़ीट 10 इंच है.
मेरे छोटू उस्ताद की नपी हुई साइज 4.5 इंच है, जो किसी भी लड़की और भाभी को संतुष्ट कर सकता है.

मैं अपने जीवन की दूसरी सच्ची चुदाई कहानी लिख रहा हूँ.
अब मैं चुदाई कहानी के उस पात्र के बारे में बता देता हूँ, जिसके साथ मोटी गांड की चुदाई की कबड्डी खेली गई थी.

उसका नाम मनीषा है. वह 36 साल की एक शादीशुदा भाभी है.
यही भाभी मेरी पिछली कहानी
की नायिका थी तो मुझे दूसरी बार बताने की जरूरत नहीं है कि वो किस तरह के हुस्न की मालकिन है.

आप दी गई लिंक से मेरी पहली सेक्स कहानी जरूर पढ़े.

दोस्तो, मनीषा भाभी से दूसरी बार मुलाकात करने में थोड़ा टाइम ज्यादा लग गया था क्योंकि आप सबको पता है कि लॉकडाउन की वजह से वो अपने परिवार के साथ थी, तो सिर्फ उससे मेरी व्हाटसैप पर बात होती रहती थी.
वो भी ज्यादा नहीं, बस हफ्ते दो तीन बार.

मैं उसके पास से उसके नंगे फ़ोटो मंगवाया करता था और उसकी मदमस्त जवानी को देख मुठ मारके अपने आप को ठंडा कर लेता था.

एक दिन उसका वीडियो कॉल आया और मुझे बात करते करते उसने मुझसे कहा- हमें मिले हुए 14 महीने हो चुके हैं.
मैंने उससे कहा- तुम बताओ कब फ्री होती हो, तब तो मैं तुमसे फिर से मिलने के लिए आने का प्रोग्राम बनाऊं.
वो बोली- हां बताती हूँ.

फिर बातों बातों में उसने बताया- मेरे पति जनवरी में टूर पर जाने वाले हैं, तभी तुम घर आ जाना. इस बार मैं तुम्हें पूरे दो दिन तक अपने घर पर रखूंगी.
मैंने मजाक मस्ती में हां बोल दिया.
मुझे लगा कि वो ऐसे ही कह रही है.

फिर जैसे ही उसके पति टूर में जाने के लिए निकले, उसके थोड़ी देर बाद भाभी ने मुझे कॉल करके कहा- मेरे पति टूर पर चले गए हैं … तुम मेरे घर आ जाओ.

उसने अचानक से घर पर आने को बोला तो मैं सोच में पड़ गया कि कैसे उसके घर पर जाऊं.
क्योंकि मैं उस वक्त अपने ऑफिस में अपना काम कर रहा था.

मैंने उससे कहा- तुम्हारा बेटा घर पर होगा यार … मैं अभी कैसे आ सकता हूँ.
उसने बताया- मैंने अपने बेटे को उसकी मौसी के घर पर दो दिन के लिए भेज दिया है क्योंकि मुझे तुमको बुलाना था.

अब मैं समझ गया कि ये तो पूरा प्रोग्राम बनाए बैठी है.
मैंने एकदम से बोल दिया- यार मैं दिन में नहीं रुक सकता. मेरा ऑफिस का भी काम पड़ा हुआ है.

वो बोली- मैंने पहले ही बोला था कि अब हम जब मिलेंगे, तो दो दिन तुम्हें मेरे साथ रहना होगा.

मैंने उस टाइम सोचा कि इससे सही बात करनी होगी और अपने ऑफिस की सैटिंग भी मिलानी पड़ेगी.

तो मैंने उससे कहा- बेबी, मैं फ्री होकर एक घंटे में तुम्हें कॉल करता हूँ.
ऐसा बोल कर मैं कॉल काट दी.

उसके बाद मैंने अपने सारे काम अपने दूसरे साथी को दे दिए और आवश्यक काम के लिए दो दिन के लिए सूरत जा रहा हूँ, बॉस से ऐसा कह कर ऑफिस से निकल गया.

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उसके बाद मैंने घर जाकर बैग लगाया और तैयार होकर निकल गया.

रास्ते से मैंने भाभी को कॉल करके बोला कि मुझे फलां जगह से पिक कर लो.
वो मेरी बताई हुई जगह पर मुझे लेने के लिए अपनी कार लेकर मेरे से पहले उधर पहुंच गई.

मैंने उससे कहा- तुम साइड में बैठ जाओ, मैं कार चलाऊंगा.
वो मान गई और मैं कार ड्राइव करने लगा.

तभी अचानक से उसने मुझे कार रोकने को बोला.
जैसे ही मैंने कार रोकी उसने मुझे किस कर लिया.
मैंने उससे कहा- पागल हुई हो क्या … रास्ते में सब देख रहे हैं. ज़रा रुको, घर तो आने दो.

वो ठीक होकर बैठ गई.

उसने मुझसे पूछा- तुमने अभी खाना खाया या नहीं?
मैंने उससे कहा- तुमने खाने के लिए टाइम ही नहीं दिया यार … सुबह से भूखा हूँ.
भाभी सॉरी बोलकर हंसने लगी.

मैंने भाभी से पूछा- पिज़्ज़ा आर्डर कर दूँ, तुम खाओगी न!
वो बोली- तुम कार ड्राइव करो, मैं ऑर्डर कर देती हूं.

जैसे ही हम दोनों घर पहुंचे कि थोड़ी ही देर बाद पिज़्जा डिलीवरी बॉय आ गया.

उस वक्त करीब एक बज चुका था और मुझे बहुत ज्यादा भूख भी लगी हुई थी.

मैंने भाभी से खाने के लिए बोला और खुद खाने लगा.
वो बोली- तुम खाओ, मैं अभी कपड़े बदल कर आती हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

कुछ ही मिनट में भाभी अन्दर से मस्त सेक्सी नाईटी पहन कर आ गई और मेरी गोद में बैठ गई.
हम दोनों पिज़्ज़ा खाने लगे.

अचानक से भाभी को शरारत सूझी और वो मेरे कपड़े निकालने लगी.
फिर मेरी गोद से उठ कर किचन में से चॉकलेट का बाउल लेकर आ गई.

मैंने भाभी से पिज़्ज़ा खाने को बोला, तो उसने मना कर दिया.
वो मेरे सामने बैठे बैठे चॉकलेट को गलाने लगी थी.

मैंने पूछा- ये क्या कर रही हो?
उसने कहा- तुम चुपचाप देखते रहो.

मैं पिज़्ज़ा खाने लगा और भाभी से इधर उधर की बातें करने लगा.

जैसे खाना खत्म हुआ, भाभी ने मुझसे कहा- तुम रूम में चलो, मैं अभी आती हूँ.
मैं रूम में चला गया. मुझे दोपहर में खाना खाने के बाद नींद आने लगती है, तो मैं सीधा लेट गया और आंखें बंद करके ऊंघने लगा.

कुछ देर बाद भाभी एक बड़ा वाइट कलर का कपड़ा लेकर आई और मुझसे बोली- हटो मुझे इस कपड़े को बिछाने दो, उसके ऊपर लेट जाना.
मैंने भाभी की तरफ सवालिया नजरों से देखा, तो भाभी बोली कि मैं आज तुम्हारी चॉकलेट मसाज कर देती हूं.

मैं खुश हो गया और मसाज करवाने के लिए खुद को नंगा करने लगा.

उसने मेरे बदन तरल चॉकलेट लगानी शुरू की और जीभ से चाट कर मसाज करने लगी.
मुझे गुदगुदी भी हो रही थी और हल्की हल्की नींद भी आ रही थी.

मैंने ऊंघने लगा. वो मेरे बदन से खेलती हुई कब मेरे लंड से खेलने लगी, मुझे पता ही नहीं चला.

जैसे ही उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया, मुझे तुरंत अपनी बॉडी में करंट सा लगा और मैं हिल गया.

भाभी वासना से हंस कर बोली- घबराओ मत बेबी … मैं तुम्हारा लंड खा नहीं जाऊंगी.
उसकी बात से मुझे हंसी आ गई और हम दोनों हंसने लगे.

वो फिर से मेरा सामान अपने होंठों में दबा कर अन्दर बाहर करने लगी.

अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था तो मैंने खड़े होकर उसके कपड़े निकाल दिए और उसको अपने ऊपर 69 की पोजीशन में ले लिया.

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वो और मैं एक दूसरे के लंड चूत पर चॉकलेट लगा कर चुसाई का मजा लेने लगे. मियन भाभी के बड़े बड़े नंगे चूतड़ सहला रहा था.

दस मिनट बाद मेरा रस निकलने वाला था तो उसने उठ कर मुझे खड़ा किया और जोर जोर से मुँह में लंड लेकर हिलाने लगी.

जब वीर्य निकलने को आया, तो उसने सारा माल अपने मम्मों के ऊपर गिरा लिया और गर्म माल होने की वजह से वो लंड रस अपने निप्पलों पर लगाने लगी.

इसके बाद मैं नहाने के लिए चला गया और वो मेरे पीछे आने लगी.

तब हम दोनों ने चॉकलेट हटाने के नाम पर फव्वारे के नीचे खड़े होकर करीब एक घंटे तक मस्ती की.

नहाने के बाद में कपड़े पहनने लगा तो उसने मुझे नंगे ही बेड पर आने को कहा.

मैं बेड पर आया तो वो मुझसे एकदम से चिपक गई और हग करके मुझे चूमने लगी.
मैंने भी उसे अपनी बांहों में भींच कर चूमा और हम दोनों नंगे ही चिपक कर बात करने लगे.
बातचीत के बीच बीच में हम दोनों में चुम्बनों का दौर चालू था.

बातें करते करते उसने कहा- यार, मैंने कितने दिनों से सेक्स का मजा नहीं लिया है. मेरे पति तो मेरी चुदाई करते तो हैं, लेकिन जो मस्ती तुम चुदाई के साथ करते हो, वैसे मेरे पति कभी नहीं करते हैं. वो दूसरी लड़कियों के साथ भी सेक्स और मस्ती कर लेते होंगे लेकिन मेरे साथ नहीं करते हैं.

ये कहती हुई वो कुछ दुखी सी हो गई.
मैंने मौके पर चौका मारते हुए कहा- तुमको सेक्स में मस्ती और कुछ नया चाहिए है न … तो चलो आज मैं आज तुम्हारी गांड मार कर तुम्हें मजा देने वाला हूँ. जानू सोचो नए छेद में लंड लेकर तुमको कितना मजा आएगा. तुम उदास मत हो. मैं हूँ न तुम्हारी जैसी मस्त परियों के लिए … आ जाओ मेरी जान.

यह कह कर मैंने भाभी को अपनी बांहों में जोर से भींचा और उसको रोमांटिक मूड में ले आया.

मैं कब से भाभी की मोटी गांड मारने की सोच रहा था. पूरे लॉकडाउन में उसकी मोटी उभरी हुई गांड के बारे सोच सोच कर मुठ मारा करता था.

गांड मारने की बात पर भाभी थोड़ी तो डरी, पर उसने कुछ कहा नहीं.

मैं भाभी से कुछ देर बात करता रहा और इसके बाद मैंने जब उससे पहले गांड मारने की बात की, तो वो सन्न हो गई और घबराने लगी.

भाभी बोली- यार, मैंने वहां पहले कभी नहीं लिया है. मुझे वहां बहुत दर्द होगा. आज नहीं हम पीछे से फिर कभी करेंगे.
मैंने कहा- तुम घबराओ मत यार, कुछ नहीं होगा. तुम बस थोड़ा सा तेल लेकर आओ. मैं तुम्हें आज पीछे का मजा देता हूँ.

मेरे समझाने से वो मान गई और तेल ले आई.

मैंने उसको उल्टा लेटाया और उसकी गांड के छेद में तेल टपका कर मालिश करने लगा, गांड में एक उंगली डाल कर गांड ढीली करने लगा.

उसे गांड में उंगली चलवाने में मजा आने लगा और तभी उसका भोसड़ा एकदम गर्म हो गया, उसमें से सफ़ेद रस टपकने लगा था.

मैंने उसको सीधा किया और उसकी टांगें अपने कंधों के ऊपर ले लीं.

फिर उसकी गर्म गुफा में लंड चला दिया.
वो उन्ह आह करके चूत में लंड गटक गई और कमर उठाने लगी.

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मैंने उसकी चूत चुदाई के साथ साथ गांड में भी एक उंगली डाल दी.
उसको मजा आने लगा, तो मैंने दो उंगलियां पेल दीं.

अब वो जोर जोर से आहें भरने लगी ‘हम्म्म्म … और जोर से करो … आंह जोर जोर से …’
कुछ ही देर में एकदम से उसकी चूत से पानी निकल गया, तो थोड़ी शांत हो गई.

मैं उसको किस करने लगा और उसके बूब्स मसलने लगा. उसके निप्पल को चूसने लगा.

वो कुछ ही मिनट में फिर से गर्म हो गई.
अब मैंने उसकी मालिश की हुई गांड पर अपना लंड सैट किया और सुपारा गांड में ठांस कर धीरे धीरे धक्का देने लगा.

भाभी की आहें निकलने लगीं और उसने मुझे रुकने को बोला.

मैं रुक गया क्योंकि मुझे भी अपने लंड के टोपे पर जलन होने लगी थी.

दोस्तो, ये मेरी सच्ची मोटी गांड की चुदाई कहानी है इसलिए सब सच बात लिख रहा हूँ. दूसरों की तरह मैं फैंकालॉजी में भरोसा नहीं रखता हूँ.

फिर मैंने भाभी की गांड में दो उंगली डाल कर थोड़ा तेल अन्दर तक लगाया और धीरे धीरे करके उसकी गांड में तीन उंगली डाल कर छेद को थोड़ा नर्म व ढीला कर दिया.
वो इशारे से लंड गांड में पेलने की कहने लगी.
मैं भी अपने लंड पर तेल लगाकर उसकी गांड में डालने लगा.

जैसे ही मेरा लंड का टोपा अन्दर गया कि उसकी सिसकारियां फिर से निकलने लगीं- ओ … मां मर गई … मेरी गांड में जलन हो रही है … आंह निकालो जल्दी बाहर निकालो.

मैं फिर से थोड़ी देर के लिए रुक गया मगर इस बार मैंने लंड गांड से बाहर नहीं निकाला.
जैसे ही वो शांत हुई, मैंने अपना पूरा लंड अन्दर डाल दिया.

वो बिन पानी की मछली की तरह उछलने लगी.
दो मिनट के बाद भाभी को गांड मराने में मजा आने लगा और वो खुद से अपनी गांड उठा उठा कर मरवाने लगी.

ये देख कर मैंने भी अपनी रफ्तार बढ़ा दी. धकापेल गांड चुदाई चलने लगी.
मैंने उसके दोनों दूध खूब मसके.

कुछ देर बाद मेरा वीर्य निकलने वाला था, तो मैंने उससे पूछा.
उसने बोला कि अपना गर्म पानी अन्दर ही निकाल दो.

मैंने अपना सारा माल अन्दर निकाल दिया और उसको लंड चूसने दिया.

वो लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी. उसने पूरा लंड चूस कर मस्त साफ कर दिया.

उसके बाद हम दोनों नंगे ही हग करके सो गए.
पता ही नहीं चला कब शाम के 9 बज गए.

फिर भाभी ने थोड़ा खाना बनाया और मैं खाने के बाद नहाने चला गया.

तभी उसका फ़ोन बजा और वो बातें करते करते बाहर आने लगी.

जैसे में तैयार होकर बाहर आया तो उसने कहा- हम लोग कल बाहर जाने वाले है. वहां तुम्हें एक बड़ा गिफ़्ट दूंगी.

फिर टीवी देखते देखते वो मेरे पास आकर सो गई.

दूसरे दिन की गिफ़्ट में मुझे क्या मिला और उसे दिन की पूरी कहानी फ्री होकर आप लोगो को बताऊंगा.
आपको मेरी मोटी गांड की चुदाई कहानी अच्छी लगी होगी. मुझे फीडबैक जरूर करना. उससे मुझे आगे और कहानी लिखने की प्रेरणा मिलेगी.

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