ये सेक्स कहानी बिहार के रामलाल की है। रामलाल ने अपनी कहानी लॉकडाउन में ससुर बहु की चुदाई में बताया की उसका पड़ोसी अपनी नाजुक कली समान बहु की चुदाई करता था। एक दिन जब चुदाई करते हुए वो खिड़की बंद करना भूल गए तो रामलाल ने सब देख लिया। रामलाल ने जो देखा वो सब वो अपनी इस देसी चुदाई कहानी में विस्तार से बताने जा रहे है।
इस कहनी के द्वारा हम किसी भी हिंसा और गंदे व्यवहार को बढ़ावा नही दे रहे है। ये कहानी केवल कामुक मनोरंजन के लिए है।
मैं हर रत खाना खाने के बाद छत पर टहलता हु। लॉकडाउन की वजह से कोई काम नही था पर मेरे पड़ोसी बुड्ढे आदमी के पास काफी कुछ था करने को।
उस बुड्ढे का बेटा दिल्ली में फसा था। उसका लड़का लॉकडाउन की वजह से घर नही आया और न ही उसकी कोई खबर। बुड्ढे की बीवी भी गुजर चुकी थी पर वो पूरा ठरकी था।
पड़ोस की सारी औरतें उसकी हवसी नजरो से डरती थी। पर हम लड़के उस बुड्ढे से मजे लेते थे। वो अपनी जवानी की चुदाई की झूटी कहानिया सुनाता था।
मैं उसे हल्के में लेता था परंतु जब उस रत उसके घर की खिड़की खुली रह गई तो मुझे जो नजारा दिखा उसपे मुझे विश्वास नही हो पाया।
वो बुड्ढा अपनी सेक्सी बहु की चुदाई करने में लगा था। उसने अपनी बहु की गांड पकड़ी और उसे मुँह पर चूमने लगा। बहु के मुँह से सब पता लग रहा था की वो कैसे सहन कर रही है।
मैं छत कूद कर किसी तरह उसकी खिड़की के पास चला गया। लॉकडाउन में ससुर बहु की चुदाई देख मैं सोचने लगा की राजीव कितना बदकिस्मत है उसका बाप उसकी बीवी के साथ क्या क्या कर रहा है उसको पता नही।
जरूर भाभी जी की भी कोई मज़बूरी रही होगी तभी वो ये सब होने दे रही है। ससुर ने भाभी के ब्लाउज में हाथ घुसाया और उसके स्तनों को मसलने लगा। भाभी ने अपना शरीर बेजान छोड़ रखा था और ससुर उसके पुरे शरीर को गन्दी तरह छुए जा रहा था।
उसने भाभी का घूंघट हटाया और अपनी हवसी आँखों से उन्हें देखने लगा। बहु की आँखों में डर और घिन एक साथ दिख रही थी। ससुर ने उसे खाट पर लेटाया और उनकी साड़ी में हाथ डाल कर उन्हें चूमने लगा।
बहु का सुंदर चेहरा देख वो बुड्ढा सटक गया था उसने अपना लंड बाहर निकाल कर बहु के हाथ में दे दिया।
बहु ने उसका लंड पकड़ा और उसके हाथ कापने लगे।
ससुर – के कर रही है हिला इसको !!!!
ससुर के चिलाने पर बहु डर गई और उसका गंदा लंड हिलाने लगी। भाभी का शरीर देख मेरा भी लंड खड़ा होने लगा। उन्होंने पिली साड़ी पहनी थी और उनकी ब्रा काले रंग की थी।
गोरे स्तन और मोटे गुलाबी होठ मेरी वासना को आग देने लगे। ससुर ने बहु की साड़ी उतारी और उनकी चुत पर थूकने लगा। जाहिर सी बात है की भाभी की चुत सुक्खी होगी।
पर हवसी बुड्ढा भाभी जी को सूखा चोदने लगा। भाभी के मुँह से दर्द की अहह निकलती तो बुड्ढा उसका मुँह ज़बरदस्ती बंद कर देता।
भाभी की आँखों से आँसू टपकने लगे पर साला बुड्ढा थूक लगा लगा कर और उन्हें चोदे जा रहा था।
मैं ऐसी ससुर बहु की चुदाई देख हैरान था। ससुर अपनी बहु की गांड पर जोर दार थपेड़े मारे जा रहा था। बहु की गांड लाल होजाने पर भी वो नही रुका।
बुड्ढे के गोटे लटके हुए थे। जब वो कूल्हे हिलाता तो वो सीधा भाभी जी की चुत पर जा लगते। चुत पर बुड्ढे के गोटो की मार से भाभी जी की चुत लाल हो गई।
बहु सब कुछ चुप चाप सहन करती गई और ससुर मजा लेता गया। बुड्ढे का लिंग ढीला था पर उसका जोश जवान था। वो बहु के पुरे शरीर का मजा ले रहा था।
कभी वो बहु की गांड तो कभी चुत की चुदाई करता। बहु इतनी मजबूर थी की कुछ नही कर रही थी।
जल्द मेरे लंड से पानी रिसने लगा और मेने अपना लिंग वही मसलना शुरू कर दिया। बुड्ढे ने भाभी जी को खड़ा किया और उसका एक पैर उठा कर उन्हें खड़े खड़े चोदने लगा।
चोदते चोदते वो भाभी के स्तन चूस रहा था। वो ऐसे चिपका था जैसे उसकी बहु से रस निकल रहा हो। मासूम और मजबूर बहु उसका लिंग अपनी योनी में झेलती रही।
भाभी जी की सुक्खी चुत उनकी तकलीफ और बढ़ रही थी।
बहु – अहह दर्द दर्द हो रहा है और नही और नहीं हो !!! रुक जाओ !!!!
ससुर – हाहाहाहा मजाक कर रही है के ??
बहु की चुत लंड की रगड़ से पूरी लाल हो गई ऊपर से बुड्ढा उनके स्तन भी जोरो से चूस रहा था। इतना सेक्सी नज़ारा देख मुझे मेरी सोती हुई बहन की चुदाई याद आने लगी।
मेरी अन्तर्वासना ने मुझे वही खड़ा हस्तमैथुन करने को मजबूर कर दिया और मेने लॉकडाउन में ससुर बहु की चुदाई देख कर अपना सारा माल वही निकाल दिया।
तभी बहु भी निचे बैठी और ससुर का लिंग मुँह में लेकर चूसने लगी। वो बुड्ढे का माल जल्दी से जल्दी निकालना चाहती थी ताकि ये सब जल्दी खत्म हो।
बहु ससुर का लिंग जोर जोर से हिलाते हुए चूस रही थी और ससुर मजे ले रहा था। बुड्ढे ने भाभी के हाथ में अपने गोटे दे दिए और भाभी उन्हें भी मसलने लगी।
बुड्ढे ने अपना माल निकालना शुरू कर दिया और बहु पीछे हट गई। बुड्ढे ने अपनी बहु को झापड़ मारा और उसे सारा माल पिने को कहा।
बहु करती भी क्या उसने ससुर का लिंग मुँह में लिया और सारा माल एक घुट में पी गई। ये थी मेरी आँखों देखि उस दिन के बाद मुझे कभी उनकी चुदाई देकने का अवसर नहीं मिला।