चूतो का समुंदर – 15
आंटी मस्ती मे बड़बड़ाये जा रही थी आंटी-आहह..आज.मिला हेल अंड…वो मदर्चूओद..अया…तो लुल्ली डालता था…आअहह मैं-आंटी…अब ये लंड ही जायगा इस गंद मे.. आंटी-हाँ…बेटा…हा…उसे..तो…गंद…देखने …भी…ना….दूं……आअहह मैं-यस आंटी ज़ोर से आंटी-आअहह…हाअ…ब्बीता…आअहह…आहह…आअहह…फ़फफ़ाआद्ड…द्डदीए मैं आंटी को इसी तरीके से चोद रहा था लेकिन आंटी काफ़ी थक गई…. मैने आंटी को रोका ऑर उन्हे घुमाते हुए अपने बाजू मे लिटा दिया ऑर उनके पीछे से गंद मे लड़ डाल कर कमर पकड़ कर लंड को तेज़ी से गंद मे पेलने लगा… ऑर आंटी आँखे बंद करके सिसकने लगी….. आंटी-आअहह….माअर…बेटा…मार…ज़ोर से…आहहआअहह…बेटा…ज़ोर से…आअहह..ऊहह..ऊहह त्ततप्प…त्तप्प्प…आअहह…आहह..त्त्थप्प…त्ततप्प्प्प मैं-यस आंटी …फाड़ता हूँ …ये ले…आंटी-आआहह..आहह..आह…आ..आह..आह..ज्जूओर्र..सससे..उउउम्म्म्ममम…हमम्म…आअहह ऐसे ही मैं आंटी की गंद मारे जा रहा था ऑर आंटी झड़ने लगी….. जब आंटी झड …