घर की मुर्गियाँ 12
दोनों एक दूसरे पर गिर गये। थोड़ी देर में टीना भी नेहा के रूम में चली गई। टीना- कैसा लगा शो? नेहा- मस्त मजा आ गया। टीना- मेरी जान देखने से कुछ नहीं होता। एक बार तू भी चूसकर देख। नेहा- नहीं, मैं भइया के साथ नहीं कर सकती। टीना- फिर किसका केला चूसेगी तू? रोहित को बुला ले किसी दिन। मैं तो आज तेरे भाई का केला इस सुरंग में डालने की सोच रही थी। नेहा- “क्या, तू पागल तो नहीं हो गई? देख तो सही भइया का साइज और अपना साइज… क्या कहीं चूहे के बिल में भी हाथी चला जाता है?” टीना- मेरी जान, किसी दिन उस …