अब तक आपने Hindi Sex Story पढ़ा की कौशल का ज़मीर जाग गया और उसने ज्योति को विदेशियो के हाथ चुदने से बचा लिया. मगर आरके ने ज्योति को अपने उपर चढ़कर चुदवाया. अब आगे…
आरके के झड़ने के बाद ज्योति वहाँ से जाने लगी. राज कोई मौका छोड़ना नही चाहता था.
राज: “सर, अभी तो सुबह हुई नही हैं, ज्योति जी तो जा रही हैं”
आरके: “साले हरामी, मुझे पता हैं तू क्या चाहता हैं. मगर तेरी औकात नही हैं ज्योति को चोदने की”
राज अपना सा मूह लेकर रह गया. सोचा कम से कम ज्योति को नंगे तो देखता रहे.
राज: “नही सर, वो बात नही हैं. सुबह तक की बात हुई हैं तो ज्योति जी को सुबह तक नंगा रखना चाहिए ना!”
ज्योति ने खुन्नस भरी नज़रो से राज को देखा. राज खुश होकर स्माइल करने लगा.
आरके: “सही बोला तू. ज्योति तू कपड़े नही पहनेगी. एक काम कर इस राज के पास बैठ जा. अगर यह हाथ लगाए तो थप्पड़ मार देना. यह बस तेरा नंगा बदन देखकर तरसेगा”
ज्योति जाकर राज के पास बैठ गयी. राज की नज़रे ज्योति की छाती पर टिक गयी. बिना छुए ही राज अपनी गंदी नज़रो से ज्योति को छू पा रहा था .
आरके उठ कर अंदर चला गया और थोड़ी देर बाद कपड़े पहन कर आ गया.
आरके: “मैं सोने जा रहा हूँ. सुबह 6 बजे वो कॅमरा वाला ब्रीफकेस ज्योति को दे देना”
आरके वहाँ से चला गया. राज अभी भी ज्योति के बदन को घूर रहा था. थोड़ी देर बाद उसने ज्योति के सामने प्रपोज़ल रखा.
राज: “मैं तुम्हे अभी वो ब्रीफकेस दे सकता हूँ. एक बार मुझे भी चोदने दो, कपड़े तो तुम्हारे खुले ही हैं”
ज्योति: “चुप चाप बैठा रह हरामी”
राज: “कम से कम हाथ तो लगाने दो थोड़ा सा. बस एक बार तुम्हारे मम्मों को टच कर लू, बहुत मस्त हैं”
ज्योति ने राज को खा जाने वाली नज़रो से देखा. ज्योति को नींद आ रही थी पर बिना कपड़ो के राज के सामने सो नही सकती थी. उसको झपकी आ रही थी.
जब भी ज्योति की झपकी टूट जाती तो सामने राज को घूरते हुए ही पाती. ज्योति की जब नींद लगी तो उसने महसूस किया की उसके निपल पर गुदगुदी हो रही हैं.
ज्योति ने अपनी आँखें खोली. राज ने अपना हाथ पीछे खींच लिया. राज ने अपनी उंगली से ज्योति के निपल को छू लिया था. ज्योति ने एक दनाता हुआ थप्पड़ राज के चेहरे पर मार दिया.
राज: “मैने तो सिर्फ़ एक नाख़ून भर लगाया था”
राज अपने गाल पर हाथ रख कर दूसरी सीट पर थोड़ा दूर जाकर बैठ गया. राज की भी जब आँख लग गयी तो ज्योति फिर सोफे पर बैठे बैठे सो गयी.
ज्योति की जब नींद खुली तो महसूस किया की उसकी चूत के बालो पर हवा लग रही हैं. ज्योति ने आँखे खोली तो देखा की सोफे पर पसरे हुए बैठे उसकी दोनो टाँग खुली हुई हैं.
ज्योति की चूत से 6 इंच दूरी पर राज का मुँह हैं और वो ज्योति की चूत पर फूँक मार रहा था और इतने करीब से ज्योति की चूत को देख रहा था.
ज्योति ने अपनी टांगे बंद की और तुरंत उठ खड़ी हुई. घड़ी मे देखा तो 6 बज चुके थे. राज भी उठ खड़ा हुआ. उसको जो हसीन नज़ारा दिख रहा था वो बंद हो चुका था.
ज्योति अंदर जाकर अपनी सारी और कपड़े पहन आई. राज सूटकेस लिए बाहर ही खड़ा था. ज्योति ने चाबी से ब्रीफकेस खोला और देखा कॅमरा अंदर ही पड़ा था.
ज्योति वो कॅमरा का मेमोरी कार्ड निकाल कर अपने साथ ले गयी और घर आ गयी. थोड़ी देर सुबह के बाद ज्योति को डॉली का फोन आया. ज्योति को डर था की कौशल ने ज़रूर डॉली को सब बता दिया होगा.
ज्योति ने डॉली को सब कुछ बता दिया की कैसे आरके ने उसको ब्लॅकमेल किया था.
डॉली: “आपको मुझे पहले ही बता देना चाहिए था. मैं कौशल को बता देती. वो अभी बहुत अपसेट हैं”
ज्योति: “तू जानती नही वो आरके कितना कमीना हैं. उसके पास बचने के सब रास्ते हैं”
डॉली: “आप चिंता मत करो. मैं उसको सबक सिखाउन्गी”
ज्योति: “नही, तुम कुच्छ नही करोगी. मैने उसको शादी मे सबक सीखने की कोशिश की थी, देखो मेरा क्या हाल किया हैं. मैं तुम्हारे साथ कुच्छ बुरा नही होने दे सकती. तुम्हे मेरी कसम हैं, तुम कुच्छ नही करोगी, जो हुआ उसको भूल जाओ”
डॉली ने अपने पति कौशल को सब बता दिया की कौशल का पिता आरके कितना कमीना हैं और डॉली की मा ज्योति के साथ कितना ग़लत किया.
कौशल की अपने पिता से लड़ाई हो गयी और उस से बात करना बंद कर दिया. कौशल ने अपना दूसरा काम करना शुरू कर दिया.
लगभग 6 महीने बाद कौशल की एक रोड आक्सिडेंट मे डेत हो गयी. डॉली ने शादी के कुच्छ ही महीनो मे अपना पति खो दिया. उसने भी यह शादी अपने मतलब के लिए की थी अपना राजनीतिक करियर बढ़ाने के लिए.
दूसरी तरफ आरके शॉक्ड रह गये. आरके की तो जैसे कमर ही टूट गयी. उसका इकलौता बेटा मर चुका था शायद उसके पापो का परिणाम था.
हालाँकि आरके की छोटी बेटी सुहानी इस दुख की घड़ी मे अपनी पढ़ाई से ब्रेक लेकर विदेश से घर आ गयी थी पर आरके के घर का चिराग तो कौशल ही था.
आरके ने अपने बेटे की मौत का आरोप डॉली और ज्योति पर लगाया. डॉली ने ही कौशल को आरके के खिलाफ भड़काया था जिस से बाप बेटे मे अनबन हुई थी और कौशल डिस्टर्ब्ड रहता था.
ज्योति चाहती थी की उसकी बेटी डॉली वापिस अपने घर लौट आए पर डॉली ने माना कर दिया. उसका टारगेट अभी भी अपना पोलिटिकल करियर आगे बढ़ाना था.
आरके ने डॉली को सॉफ बोल दिया की उसके खुद के रहते हुए डॉली का सपना कभी पूरा नही होगा. डॉली ने ठान लिया की वो आरके को बर्बाद करेगी और अपनी मा के अपमान का भी बदला लेगी.
आरके की बेटी सुहानी फिर से विदेश लौट गयी अपनी पढ़ाई कंटिन्यू करने. डॉली ने अपनी राजनीतिक चालें चलना शुरू कर दिया.
थोड़े दिन बाद डॉली ने मामला थोड़ा शांत पड़ते ही आरके से बातचीत की.
डॉली: “आपको आपके खानदान का चिराग चाहिए और मुझे आपकी कुर्सी चाहिए. आपको जो चाहिए मैं आपको दूँगी और मुझे जो चाहिए वो आप दे दो”
आरके: “क्या मतलब हैं तुम्हारा?”
डॉली: “मैं आपको बच्चा दूँगी, आपके घर का चिराग. आप मुझसे अपना बच्चा पैदा कर लो. मैं सबसे यही कहूँगी की कौशल के जाने से पहले वो मुझे प्रेग्नेंट करके गया था”
आरके शक की निगाहो से डॉली को देखने लगा. उसको यकीन नही हो रहा था की उसको नफ़रत करने वाली डॉली ऐसा कुच्छ बोल सकती हैं.
डॉली: “कौशल को गये कुच्छ ही दिन हुए हैं. आप मुझे प्रेग्नेंट कर दो तो किसी को पता नही चलेगा की बच्चा आपका हैं या कौशल का. जैसे ही मैं प्रेग्नेंट हो जाउन्गी, आप मुझे इलेक्शन के लिए अपनी जगह टिकेट दिलवा देना. बोलो मंजूर हैं सौदा”
आरके सोच मे पड़ गया. अपनी बेटी की उम्र की जवान खूबसूरत डॉली को देखकर उसकी हवस जाग गयी. उसको अपने खानदान को आगे बढ़ाने के लिए एक बच्चे की ज़रूरत थी.
आरके: “और अगर लड़की पैदा हो गयी तो?”
डॉली: “आप और मैं कहा भागे जा रहे हैं. आप मुझे फिर से प्रेग्नेंट कर देना”
आरके: “और लोग क्या कहेंगे, तुम दूसरी बार प्रेग्नेंट कैसे हुई!”
डॉली: “तब आप मुझसे या किसी और लड़की से शादी कर लेना. आपको वैसे भी किसका डर हो सकता हैं की मुझसे आपको पहली बार मे ही लड़का हो जाए”
आरके के चेहरे पर मुस्कान आ गयी.
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आरके: “तुम्हारी मा ज्योति को मैने दो बार चोदा हैं, कसम से चुदाई मे इतना मज़ा पहले कभी नही आया था. अब तुमको चोदुन्गा तो लगेगा की जवान ज्योति को ही चोद रहा हूँ. मज़ा दुगुना होने वाला हैं”
डॉली: “मैं आपको निराश नही करूँगी”
आरके: “तो अपने कपड़े निकालो, मुझे अभी चोदना हैं”
डॉली: “अगली पूर्णिमा का वेट करिए. फुल मून मे अच्छा मुहरत हैं लड़का पैदा करने का. तब चोद लेना”
आरके: “अब वेट करना बहुत मुश्किल हैं.”
डॉली: “सब्र का फल मीठा होता हैं”
आरके: “तुम अपनी मा से ज़्यादा समझदार हो. बहुत मज़ा आने वाला हैं तुम्हारी चुदाई मे”
डॉली के मन मे एक अलग ही खेल चल रहा था. उसको किसी भी कीमत पर आरके के बच्चे की मा नही बनना था, सिर्फ़ उसको मूर्ख बनाना था.
डॉली ने सब कुच्छ स्टडी कर लिया था. उसको पता था की एक बार वो प्रेग्नेंट हो जाए तो दूसरे से चुदवाने पर बच्चा हो ही नही सकता.
डॉली पूर्णिमा से पहले किसी और से चुदवा कर प्रेग्नेंट होना चाहती थी. फिर उसके बाद आरके कितना भी डॉली को चोदे, बच्चा पहले वाली चुदाई का ही रहेगा.
पूर्णिमा का दिन भी आ गया. इस बीच डॉली ने तैयारी कर ली थी. इतने दिन से वो आरके से छिप कर किसी और से रोज चुदवा रही थी. डॉली को लग गया की अब तक तो वो प्रेग्नेंट हो चुकी हैं.
आरके ने इतने दिन वेट किया था. आख़िर उसका दिन आ गया था. उसने अपने घर की छत पर बिस्तर लगवा दिया था. आज वो चाँदनी रात मे डॉली को चोदने वाला था.
आरके ने स्पेशली डॉली को रिक्वेस्ट किया कि वो दुल्हन के वेश मे आए. आरके छत पर बिस्तर पर बैठे डॉली का वेट कर रहा था.
डॉली अपनी शादी मे पहना वेश पहन कर छत पर आई. पहले अपने ससुर आरके को दूध पिलाया. आरके लेट गया और डॉली से कहा की वो उसके कपड़े निकाल कर नंगा करे और उसका लंड चूसे और पूरे बदन को चूमे.
डॉली के मन मे नफ़रत थी पर बाहर से स्माइल करते हुए अपने ससुर को नंगा किय और उसके मूँगफली से लंड को देखकर मन ही मन हँसी आ गयी.
फिर उस छोटी सी मूँगफली वाले लंड को चूसने लगी. फिर आरके के पूरे बदन को चूमा. आरके के शरीर के रोंगटे खड़े हो गये.
आरके: “तेरी मा ने मुझे एक बार ताना मारा था की मेरे बच्चे कौशल और सुहानी मैने पैदा नही किए हैं. तुम जब प्रेग्नेंट हो जाओ तो अपनी मा को बताना की तुम्हारे पेट मे मेरा बच्चा हैं”
डॉली: “ज़रूर बताउन्गी. मगर क्या आपकी यह मूँगफली मुझे मा बना पाएगी”
आरके गुस्से मे उठ बैठा और डॉली की चोटी पकड़ कर सर पीछे खींच लिया. डॉली दर्द से कराह उठी. इक्षा तो थी की एक थप्पड़ मार दे पर अपने पर काबू रखा.
आरके: “तू रुक, तुझे चोद कर बताता हूँ की मेरी मुग्फली क्या कर सकती हैं”
डॉली: “वाउ! इतना गुस्सा. यह सारा गुस्सा और ज़ोर मुझे चोदते वक़्त लगाना, ज़्यादा मज़ा आएगा”
आरके ने डॉली के लाल रंगे होंठो को अपने होंठो मे भर कर चूमा.
आरके: “सच मे बहुत रसीली हैं. तेरे उपर के होंठ तो रस से भरे हैं बिल्कुल तेरी मा की तरह. अब देखना हैं की तेरी चूत के होंठो मे कितना रस भरा हैं. तेरी मा के चूत के होंठ तो बहुत रसीले थे”
डॉली: “तो इंतेजार किस बात का, चोद दो मुझे और बना दो मा”
अगले एपिसोड मे पढ़िए क्या आरके डॉली को चोद पाएगा और डॉली उसको मूर्ख बना पाएगी.