दोस्तो ये कहानी समाज के नियमो के खिलाफ है क्योंकि हमारा समाज मा बेटे और भाई बहन और बाप बेटी के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता मानता है अतः जिन भाइयो को इन रिश्तो की कहानियाँ पढ़ने से अरुचि होती हो वह ये कहानी ना पढ़े क्योंकि ये कहानी एक पारवारिक सेक्स की कहानी है
सुबह सुबह गीता ने अजय को बिस्तेर से जगाते हुए कहा बेटा उठ सुबह के 9 बज रहे है तू अभी तक सो रहा है आज तेरे भैया की शादी की शापिंग के लिए भी जाना है …अजय कसमसाते हुए उठता हू मा आप भी ना सोने भी नही देती क्या मा और अपनी आँखे मलते हुए अजय उठ बैठा और सीधा बाथरूम मे घुस गया. तभी रश्मि नेकिचन से मा को पुकारा मा पापा का बॅग दे दो वो ऑफीस जा रहे है गीता अभी लाई तभी अजय बाथरूम से मूह पोछते हुए सीधे किचन मे दीदी चाइ दे दो, दीदी उठ गये लाड़ साहिब 9-9 बजे तक पड़े रहते हो विजय भैया की शादी के लिए शापिंग करने नही चलेगा क्या तू अरे दीदी मे क्यो नही चलूँगा मेरे बिना शापिंग हो सकती है क्या पर विजय भैया को देखो उनकी शादी है फिर भी उन्हे ऑफीस के काम से फ़ुर्सत ही नही मिलती है. 8 दिन बाद उनकी शादी है और वो ऑफीस के काम से देल्ही गये है 3 दिनो के लिए. उधर गीता ने राजेश को बॅग देते हुए लो जी आपका बॅग और हम लोग आज शापिंग करने जा रहे है ठीक है भाई जाओ मुझे तो मेरी डूटी बजानी पड़ेगी अच्छा मे चला.
दर असल राजेश उम्र 48एक प्राइवेट कंपनी मे मॅनेजर है और काम के बोझ मे समय से पहले ही बूढ़ा हो गया है जब की उसकी बीबी गीता उम्र 45 साल एक भरे और गदराए बदन की औरत है उसके दूध और गंद का साइज़ 40, 42 है और काफ़ी गोरी मजबूत कद काठी की लगती है उसके बड़े बेटे की मार्केटिंग मे जॉब है और उसकी उम्र लगभग 25 साल की है दूसरे नंबर पर उसकी बेटी रश्मि बिल्कुल मा पर गयी है 23 की हो चुकी है पर अगर साडी पहना दो तो अपनी मा की बहन नज़र आती है क्यो कि उसके भी दूध और चूतड़ उसकी मा पर ही गये है. इस घर का सब से सीधा दिखने वाला बेटा अजय 21 साल सब से चुड़क्कड़ किस्म का लड़का है और दिन रात उसके दिमाग़ मे सिर्फ़ औरतो के नंगे जिस्म की ही कल्पना रहती है. अजय 18 साल की उम्र से ही अपनी मा और बहन के नाम की मूठ मारता आ रहा है उसे अपनी मा गीता और बहन रश्मि के मोटे मोटे चूतड़ और दूध की कल्पना से ही लंड खड़ा हो जाता है और वह दिन रात अपनी मा और बहन को चोदने के सपने देखा करता है. वह उपर से घर के लोगो के सामने काफ़ी भोला बन कर बच्चा होने का एहसास कराता है और अपनी मा और बहन की मस्त भरी हुई जवानी का रस पान करता रहता है.
अजय चाइ पीते पीते अपनी मा गीता को झाड़ू लगाते हुए नशीली और कामुक नज़रो से उसके मोटे मोटे चूतड़ देख देख कर अपना लंड पाजामे के उपर से मसल रहा था. गीता झाड़ू लगाने के बाद सोफे पर बैठते हुए अजय तू क्या खरीदेगा शापिंग पर. अजय अपनी मा के पास सोफे पर बैठते हुए मा के गले मे बाहे डालकर, मा इस बार तो मे बहुत सारी शापिंग करूँगा आख़िर मेरे भाई की शादी जो है और मा के मोटे दूध मे अपना मूह लगा कर मा से चिपक कर मस्त मोटे दूध को महसूस करने लगा और अपना हाथ अपनी मा की मोटी जाँघो पर रख कर सहलाने लगा. गीता ने उसका गाल अपने हाथो से खिचते हुए अरे सारी शापिंग अभी कर लेगा तो अपनी शादी मे क्या खरीदेगा. अजय मा से और चिपकटे हुए मा मेरी शादी की शापिंग तो आप करना. गीता क्यो अपनी दुल्हन के लिए तू कुछ नही खरीदेगा, अजय मा मुझे क्या पता उसे क्या पसंद होगा. दूसरी और से रश्मि आते हुए क्या बाते हो रही है दोनो मा बेटे मे और सोफे पर अजय से सॅट कर बैठ गई. रश्मि ने केवल टी शर्ट पहना हुआ था और अंदर ब्रा नही पहनी थी और अजय की पीठ से चिपकते हुए मेरे प्यारे भाई की शादी मे तो मैं ढेर सारी शापिंग करूँगी और दोनो मा बेटी ने अजय को दोनो और से दबोच लिया. इस सब से अजय का लंड डंडे की तरह खड़ा हो गया और दोनो मा बेटी के गदराते जिस्म की मादक गंध ने उसे पागल कर दिया. यही वजह थी कि अजय दिन भर अपनी मा और बहन के गदराए बदन के संपर्क मे रहता था और उसका लंड अपनी मा और बहन को चोदने के लिए पागल रहता था. वह रात को जब सोता तो बस यही कल्पना करता था कि दोनो मस्त रंडियो को नंगी करके, दोनो से नंगा होकर खूब चिपक रहा है, एक के उपर चढ़ कर चोद रहा है और दूसरी की गंद और चूत को चाट रहा है.
इधर रश्मि भी भरपूर जवानी की स्टेज पर थी अपने कमरे मे पूरी नंगी होकर लंड याद करके मूठ मारती थी यह उसका रोज का रुटिन था लेकिन वह ये नही जानती थी कि अजय दरवाजे के छेद से रोज उसको नंगी देख कर मूठ मारता है और ना ही ये बात गीता को मालूम थी कि जब वह अपने पति से चुद्ती है तो उसका अपना बेटा उसके नंगे बदन को देख कर अपना लंड हिलाता है. अजय ने बाथरूम के दरवाजे पर भी एक सुराख कर रखा था और मोका मिलने पर अपनी मा और बहन को नहाने देखने से नही चुकता था. उसे अपनी मम्मी की और अपनी दीदी की पैंटी देखने और सुघने मे बहुत मज़ा आता था जब वह अपनी मा और बहन की पैंटी सुन्घ्ता तो उसे ऐसा लगता था कि वह अपनी मा और दीदी दोनो की चूत को एक साथ सूंघ रहा है और पैंटी सूंघते सूंघते अपनी मा और बहन की मस्त फूली हुई चूत की कल्पना करके पागल हो जाता था और फिर मूठ मार कर मस्त हो जाता था.
इधर राजेश काम से थका हरा आता था और हमेशा खा पी कर सो जाता था, कभी गीता के कहने पर ही उसका चोदने का मूड होता था लेकिन वह चुदाई भी 5-7 मिनिट की होती थी जब कि यह कोई नही जानता था कि गीता कितनी चुदासी है जैसे जैसे उसकी उमर बढ़ रही थी वैसे वैसे वह और चुदासी होती जा रही थी उसे एक मोटे तगड़े लंड से चुदवाने की बहुत तमन्ना होती थी लेकिन अपनी उमर का लिहाज कर के मन मार कर रह जाती थी. और अपने हाथ से अपनी चूत रगड़ कर सो जाती थी.
सभी लोग तैयार होकर शापिंग करने चल दिए दिनभर शापिंग करने के बाद घर लोटे तो गीता बोली मैं तो बहुत थक गई हू मेरे तो पैरो मे दर्द और सूजन महसूस हो रहा है, रश्मि से बोलते हुए देख तो बेटी पाँव मे सूजन आ गई है क्या रश्मि मा मे नहाने जा रही हू अजय से बोलकर तेल से मालिश करवा लो आराम मिलेगा. अजय मा के बगल मे बेड पर लेट कर मा के मोटे दूध से चिपकता हुया… क्या हुआ मा थक गई क्या. मा हा बेटा लगता है पूरे पैरो मे सूजन आ गया है. अजय दिखाओ ज़रा और झट से मा के पैरो की तरफ जाकर साडी घुटनो तक कर देता है और मा की गोरी पिंदलियो पर हाथ फेरते हुए झूठे ही बोला हाँ मा बहुत ज़्यादा सूजन लग रही है आपके पैरो मे गीता पड़े पड़े हाँ बेटा ज़रा पैर दबा दे. अजय ..अरे मा दबाने से सूजन नही जाएगा मे आप के पैर मे तेल लगाके मालिश कर देता हू और तेल लेने के लिए अलमारी की तरफ जाता है. और मन ही मन खुश होता है कि आज मा की मोटी जाँघो को खूब मसलेगा. अजय फटाफट तेल लेकर बिस्तेर पर चढ़ गया और मा की नंगी टांगो को अपनी जाँघ पर रख कर बोला मा मे तैल लगा रहा हू तुम पैर सीधे रखना नही तो कपड़े खराब हो जाएगे गीता ठीक है बेटा अच्छी मालिश कर्दे बहुत दर्द हो रहा है.
अजय मन ही मंसोचता हुआ मा आज तेरी ऐसी मालिश करूँगा कि तेरी चूत से पानी बहने लगेगा और अपने हाथो मे तेल लेकर अपनी मा के पैर के पंजो से तेल लगाना शुरू किया, पंजो पर तेल लगाते लगाते धीरे धीरे अपनी मा की गोरी गोरी पिंडलीओ पर तेल लगाकर तेज़ी से मालिश करने लगा फिर धीरे धीरे हाथ उपर बढ़ा कर घुटनो के उपर तक मालिश करने लगा और पैरो को थोड़ा मोड़ दिया जिससे गीता की लाल कलर की पॅंटी नज़र आने लगी, अब अजय का लंड खड़ा होने लगा अजय ने थोड़ा साडी को धीरे से और उपर किया तो गीता की चिकनी और मोटी गुदज झांगे चमकने लगी ऐसी मस्त झंगो को सहलाने से अजय का लंड फंफनाने लगा और वह मा की मोटी गदराई जाँघो को दोनो हाथो से दबोचने लगा गीता ने अपनी आँखे बंद कर ली और धीरे धीरे कराहने लगी अजय मा कैसा लग रहा है, गीता बहुत अच्छा लग रहा है बेटा ऐसे ही मालिश करते रहो, अजय ने मा की मोटी जाँघो को नीचे से हाथ डाल कर कस कर दबोचा, गीता आह.. आह.. बेटा ऐसे ही आह..
बहुत आराम मिल रहा है. अजय ने दूसरे पैर को भी मोड़ दिया जिससे गीता की साडी पॅंटी की झाड़ तक सरक गई गीता ने झट से साडी को उपर चढ़ने का प्रयास किया अजय मा तुम लेटी रहो मे ठीक कर देता हू नही तो तेल लग जाएगा और मा को दिखाने के लिए थोड़ा साडी को उपर घुटनो तक कर दिया लेकिन मा की दोनो पैरो को थोड़ा फैला दिया जिससे गीता का पैर अजय के खड़े लंड पर लगा और गीता को अचानक अहसास हो गया कि अजय का लंड खड़ा है और उसने धीरे से आँखे खोल कर अजय के पाजामे की ओर देखा तो काफ़ी बड़ा तंबू बना हुया था और अजय का लंड काफ़ी बड़ा महसूस हो रहा था गीता यह देखकर सिहर गई और उसने चुपके से अजय की तरफ देखा तो वह बड़ी गोर से मा की जाँघो की मालिश करते हुए उसकी दोनो जाँघो की जड़ो को बहुत वासना भरी नज़रो से देख रहा था और मालिश के नाम पर उसकी मोटी गुदाज जाँघो को सहला रहा था गीता समझ गई कि उसका बेटा उसकी मदमस्त फूली हुई कचोरी सी बुर को पैंटी के उपर से बिल्कुल खा जाने वाली नज़रो से देख रहा है, गीता ने सोचा उसका बेटा अपनी मा की ही नंगी जवानी को बड़े प्यार से देख और सहला रहा है, इन सब से गीता की चूत भी फूलने लगी और उसे अपने बेटे को अपना मदमस्त योवन दिखाने का मन करने लगा और उसकी फूली हुई चूत मे कीड़े रेंगने लगे और वह ना चाह कर भी सोचने लगी कि मेरे बेटे का लंड कितना बड़ा नज़र आ रहा है अगर ये मुझे नंगी कर के मेरी चूत मे अपना लंड पेले तो कैसा लगेगा.
यह सोचते ही उसकी चूत से पानी रिसना शुरू हो गया उसकी सोई भावना जाग चुकी थी और उसे अपना बेटा एक जवान मर्द लगने लगा था वह अपनी मोटी गुदाज जाँघो पर अपने बêते के हाथ के स्पर्श से मस्ताने लगी और अपनी आँख बंद कर के अपने बेटे के मोटे लंड की कल्पना करने लगी और उसका मन अपने बेटे को अपनी जवानी दिखाने का होने लगा और उसने जनभुज कर अपनी जंघे और चौड़ी कर ली जिससे अजय का अपनी मा की पॅंटी मे कसी हुई मस्त फूली चूत का उभार देख कर लंड झटके मारने लगा और उसका मन हुआ की अभी अपना मूह मा की दोनो जाँघो के भिच घुसा कर दबोच ले लेकिन वह ऐसा नही कर सकता था उसका लंड झटके मार रहा था गीता ने धीरे से अपने बेटे की ओर देखा तो वह अपना लंड पाजामे मे मसलता हुआ आँखे फाड़ फाड़ के मा की चूत देख रहा था और जाँघो को सहला रहा था तभी बाहर से किसी की आहट सुनाई दी अजय समझ गया दीदी नाहकार इधर ही आ रही है उसने झट से मा की साडी घुटने के नीचे पिंडालीओ तक कर दी और मा की पिंडलीओ के नीचे मालिश करने लगा. रश्मि अरे मा सो गई क्या नही बेटा जाग रही हू अजय बेटा अब रहने दे तेरी मालिश से बड़ा आराम मिला है चल अब बस कर बेटा अजय अच्छा मा .
अजय मा के रूम से बाहर आ कर जल्दी से बाथरूम मे गया और अपनी बहन की उतरी हुई पॅंटी को हाथ मे लेकर सूंघने लगा और मदहोश हो गया और पैंटी देख कर सोचने लगा कैसे ये पॅंटी दीदी की मोटी जाँघो और चूत पर कसी होती होगी वह कभी मा की फूली हुई चूत कभी बहन की चूत की कल्पना कर के मूठ मारने लगा और बहुत ही मस्त तरीके से झाड़ा. रश्मि ने नहाने के बाद छोटी सी टी-शर्ट और स्कर्ट डाल के बाहर आ गई अजय सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था रश्मि अजय से सॅट कर बैठ गई और वह भी टीवी देखने लगी उधर गीता पड़े पड़े सोचने लगी क्या अजय सचमुच मुझे चोदने की नज़र से देखता है क्या वह मेरे नाम की मूठ भी मारता होगा, वह बीते दिनो को सोचने लगी कैसे अजय उससे आकर चिपक जाता था उसके मोटे मोटे दूध मे अपना मूह दबा कर उससे लिपट जाता था कभी कभी मा मा कहकर पीछे से उसकी मोटी गंद से अपना लंड चिपका कर लिपट जाता था, तो क्या अजय मुझे चोदना चाहता है, क्या अपनी मा को नंगी देखना और उसको चोदना चाहता है यह सब सोच कर वह बहुत ज़्यादा पनिया गई और उसकी चूत अपने बेटे के लंड की कल्पना से पूरी चिकनी हो गई और उसने अपनी चूत मे उंगली डाल कर आँखे बंद करके बेटे के मोटे लंड से चुदवाने की कल्पना करने लगी और उसकी प्यास बढ़ने लगी. तभी फोन की घंटी बजी रश्मि ने दौड़ कर फोन उठाया दूसरी ओर से विजय की आवाज़ आई अरे रश्मि कैसी है तू… रश्मि मे ठीक हू भैया आप कब आ रहे हो आज हमने शापिंग भी कर ली है..विजय मेरा काम हो चुक्का है आज रात तक आ जाउन्गा. अच्छा मा और पापा कैसे है और अजय कहाँ है .. रश्मि सब ठीक है भैया ,, विजय चल ठीक है रखता हू ओके भैया. तब तक गीता भी उठ कर बाहर आ चुकी थी .. गीता क्या कह रहा था विजय .. रश्मि मा वो आज रात तक आ जाएँगे.
मा अच्छा चल मे चाइ बना लाती हू अजय दीदी चलो भैया की एंगेज्मेंट की तस्वीरे देखते है रश्मि चल ठीक है और दोनो बही बहन फोटो आल्बम देखने लगे. जैसे ही आरती का फोटो दिखा …रश्मि देख अजय भाभी कितनी सुंदर है अजय ललचाई नज़रो से आरती के गुलाबी होठ और गाल देखने लगा और सोचने लगा क्या मस्त पटका है मेरी होनेवाली भाभी. दरअसल आरती भी 24 साल की एक गदराई हुई बहुत ही कामुक लड़की थी उसकी गंद और चुचिया रश्मि से थोड़े भारी लेकिन गीता से कम थे लेकिन थी वह बिल्कुल रश्मि और गीता जैसी गदराई और भरे बदन की मालकिन हलकी वह खूबशुर्ती मे गीता और रश्मि से थोडा ज़्यादा सुंदर थी लेकिन गंद के मामले मे गीता रश्मि और आरती दोनो को मात देती थी अगर गीता की नंगी गंद देख ले तो किसी का भी पानी छूट सकता था. अजय मन ही मन सोचने लगा ये तीनो गीता, रश्मि और आरती एक साथ नंगी हो जाए तो यही जन्नत नज़र आ जाएगी.
रात को विजय भी घर आ चुक्का था. अगले दिन से शादी की भी तैयारिया शुरू हो गई फिर वह दिन भी आ गया जब अजय आरती को ब्याह कर घर ले आया रश्मि और अजय बारात मे खूब नाचे, शादी के महॉल के बहाने अजय ने भी अपनी दीदी को खूब दबोचा लेकिन रश्मि ने कोई ध्यान नही दिया क्यो की अजय से उसका चिपकना और एक दूसरे को छूना नॉर्मल था यहा तक कि कई बार तो दोनो अपने घर पर एक दूसरे से चिपक कर भी सो जाते थे तब अजय अपनी बहन के मोटे दूध को अपनी छाती से कई बार दबा चुक्का था और उसके मोटे मोटे चुतदो पर भी हाथ फेर चुक्का था. रात को सभी विजय की सुहागरात की तैयारी कर के विजय को उसके कमरे मे भेज दिया. गीता राजेश के साथ पलंग पर पड़ी हुई. राजेश आज विजय की सुहागरात है तुम्हे अपनी सुहागरात याद है राजेश हा जानेमन वह मे कैसे भूल सकता हू.
तो चलो हम भी आज फिर से सुहागरात मना लेते है राजेश अरे डार्लिंग आज तो शादी की काफ़ी थकावट है हम कल अपनी सुहागरात मना लेंगे लेकिन गीता की चूत बहुत दिन से ना चुदने के कारण जल रही थी वह नही मानी और राजेश का लंड निकाल कर चूसने लगी राजेश भी गीता के दूध दबाने लगा फिर गीता ने जल्दी से सारे कपड़े उतार दिए राजेश भी अल्साता हुआ गीता के उपर आ गया और उसे चोदने लगा लेकिन जब गीता ने अपनी मस्त चूत से उसके लंड को दबोचना शुरू किया तो राजेश ज़्यादा नही ठहर सका और झरने लगा. गीता कस कस के लंड चाह रही थी लेकिन राजेश का लंड सिकुड चुक्का था और राजेश एक तरफ होकर लेट गया गीता कुछ ना बोली लेकिन उसकी चूत बहुत फदाक रही थी वह चुप चाप पड़ी रही और राजेश सो चुक्का था.
रश्मि अपने कमरे मे पड़ी पड़ी बोर होने लगी तो उसने सोचा की चलो अजय से बाते करेगे और वह अजय के कमरे की तरफ जाने लगी तभी उसने सोचा धीरे से देखती हू अजय क्या कर रहा है जब उसने खिड़की देखा तो दंग रह गई अजय उसकी पिंक कलर की और उसकी मम्मी की रेड कलर की पैंटी अपने हाथ मे लेकर बिस्तेर पर पड़ा पड़ा बुरी तरह से चूम रहा था और बारी बारी से दोनो की पैंटी को सूंघ रहा था रश्मि का दिमाग़ यह देख कर चकरा गया तभी अजय ने अपना पाजामा निकाला और पूरा नंगा हो गया उसका लॅंड 8 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा बिल्कुल मोटे डंडे की तरह तन कर खड़ा था रश्मि अपने छोटे भाई का इतना मोटा लंड देख कर चकित रह गई और उसकी चूत मे सुरसूराहट होने लगी उसने पहली बार अजय का लंड देखा था उसे यकीन नही आ रहा था कि अजय का लंड इतना तगड़ा और मोटा होगा वह यह सोच कर सिहर गई कि अगर यह लंड मुझे चोदे तो मस्त कर देगा उसने अपनी चूत मे हाथ फैरना शुरू कर दिया इधर अजय ने दोनो पैंटी को हाथ मे लेकर सूंघते हुए लंड मुठियाना शुरू कर दिया.
गीता बिस्तर पर पड़ी पड़ी सोच रही थी कि विजय आज बहू की चूत मार रहा होगा तभी उसे अजय के उस दिन के तंबू बने लंड का ख्याल आ गया और वह सोचने लगी कि अजय का लंड भी काफ़ी बड़ा दिखाई दे रहा था और मे तो उसे बच्चा ही समझ रही थी वह तो पूरा मर्द बन चुक्का है , कितना मोटा लंड लग रहा था उसका. गीता की चूत पनिया चुकी थी उससे रहा नही जा रहा था उसने सोचा चलो बाथरूम मे जा कर थोड़ा चूत रगड़ ले तो थोड़ी शांति मिलेगी यह सोच कर वह धीरे से बाहर आई तभी उसकी नज़र रश्मि पर अजय के कमरे की खिड़की से अंदर झाँकते हुए पड़ी और उसके कदम वही रुक गये और वह छुप कर देखने लगी, रश्मि अजय का मोटा लंड देख कर पानी पानी हो चुकी थी उसके पैर काँपने लगे थे उससे अब रहा नही जा रहा था उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसका अपना भाई उसकी पैंटी नही उसकी चूत सूंघ सूंघ कर अपना लंड हिला रहा है अपने भाई का लंड अपनी चूत मे लेने की कल्पना से वह सिहर उठी और उसकी चूत ने ढेर सारा रस छोड़ दिया, अब उससे खड़ा नही रहा जा रहा था और वह चुपचाप लोट कर अपने कमरे मे आ गई और दरवाजा बंद करके पूरी नंगी हो गई और मूतने के अंदाज मे बैठ कर अपनी चूत मे तेज़ी से उंगली डालने लगी और अपने भाई के लंड से चुदने की कल्पना कर के झड़ने लगी.
क्रमशः………………….