में काफी हैंडसम दिखता हु और मैंने काफी अच्छी बॉडी बनाई है. मेरा लंड ६.५ इंच लंबा और २ इंच मोटा है.
यह बात आज से १ साल पहले की है. मेरी नई गर्लफ्रेंड बनी थी, उसका नाम प्रिया है. वह मुझसे जूनियर है, लेकिन क्या कमाल की दिखती है. गोरा बदन, नीली आंखें और उसके बूब्स और गांड तो कमाल की है, मन करता हे की जहां दिखे दबाने लग जाओ.
रिलेशनशिप में आने के ६ महीने बाद मैं उसके होमटाउन कोलकाता गया अपने कॉलेज के काम से, तो प्रिया ने मुझे अपने घर बुलाया एक दोस्त की तरह अपने घरवालों से मिलाने के लिए. पहले तो मैंने मना किया और उसने मुझे कहा कि अगर मैं आऊंगा तो वह घर में सेक्स करेगी मेरे साथ, इसलिए मैंने हां कर दिया.
मैं एयरपोर्ट से निकला और अपने होटल में गया, तो मैंने देखा कि वह वही पर है और उसने सिर्फ एक टॉप और मिनी स्कर्ट पहना हुआ है. मैं उसको सीधा मेरे रूम में ले गया और उसके कपड़े उतार दिए और वह सब देख के गरम हो गई और मेरा लंड पकड़ कर सहलाने लगी. फिर मैं उसको शोवर में ले गया और स्टैंडिंग डौगी स्टाइल में चोदा और अपना सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया.
फिर मैं उसके घर गया उसकी फैमिली से मिलने. वहां उसके मोम डेड और उसके और फैमिली मेंबर भी थे. हमने काफी बातचीत की और फिर हमने डिनर किया साथ में. जब मे निकल रहा था तो उसकी मां ने मुझे उन्ही के घर रुकने को बोला अब मैं थोड़ा आंटी के बारे में बताता हूं.
उनका नाम शिवानी है वह बहुत गोरी है, बिल्कुल दूध जैसी, उसका फिगर ३६-३०-४० है. उनके बुब्स तो मानो ब्रा में समाते ही नहीं थे. उनकी गांड बिल्कुल बाहर निकली रहती है, जब वह चलती है तो हिलती ही रहती है मानो वह चाहती हो कि कोई आकर उनकी गांड पर जोर से चांटा मारें.
मैंने भी मना नहीं किया और होटल से सामान उठा के उनके गेस्ट रुम में शिफ्ट कर लिया.
रात के समय करिब २ बजे सब सो रहे थे तो मैं किचन में गया पानी पीने और फ्रिज खोला तो मेने देखा कि पीछे से कीसी की आवा आई. मैंने देखा कि आंटी बाथरूम में मास्टरबेट कर रही थी, क्या कमाल की दिख रही थी वो उनकी चूत, एक भी बाल नहीं था और एक हाथ से वह अपनी चूत सहला रही थी और दूसरे हाथ से उसके बूब्स दबा रही थी.
यह देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने बाथरुम से बाहर ही मुठ मार दिया और कमरे में जाकर उसको चोदने के ख्वाब देखने लगा.
अगले दिन सुबह मैं बाहर आया और मैंने देखा कि किचन में आंटी सबके लिए चाय बना रही है और मुझे देख कर उनके मुह पर हल्की सी स्माइल आ गई, लेकिन मैंने कोई रिएक्शन नहीं दिखाया और चाय लेकर अपने कमरे में चला गया.
शाम को मैं अपने काम से वापस आया तो आंटी ने मुझे बुलाया और बात करने लगी. मैंने भी बात की और उनके भूल को गलती से टच किया और उनका कोई रिएक्शन नहीं था तो मैं समझ गया था कि आंटी भी वही चाहती है.
अगले दिन किसी दोस्त की पार्टी थी तो सारे घर वाले वहीं गए हुए थे, मैं घर आया तो सिर्फ आंटी और अंकल निकलने वाले थे. मैंने पूछा आज कहां जा रहे हैं? तो उन्होंने मुझे भी चलने को बोला, तो मैं मान गया और अपने रूम में जाकर फ्रेश होने लगा.
आंटी ने अंकल को जाने को बोला और बोला कि मुझे राजवीर ले आएगा. मैं सुनकर तो यकीन कर लिया था की आज कुछ तो होगा. मैं नहाने के बाद जब आया तो देखा कि आंटी नीचे बुला रही थी. मैं कपड़े पहन के नीचे गया तो आंटी ने बोला कि उपर आओ मुझे सामान निकालने में हेल्प कर दो मैं चला गया.
में ऊपर उनके रूम में गया तो आंटी ने एक ट्रांसपरेंट सा गाउन पहन रखा था जिस में से उनके आम और गांड दोनों दिख रहे थे. और यह देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा और मैं रूम में घुसा तो आंटी ने भी नोटिस कर लिया.
आंटी ने कहा बेटा यह स्टूल पकड़ो मुझे यह बॉक्स उतारना है.
मैंने कहा हां आंटी बिल्कुल. मैं आपसे कुछ पूछूं?
आंटी ने कहा हां बेटा बिल्कुल.
मैंने कहा आंटी उस रात को बाथरूम में क्या कर रहे थे? बहुत आवाज आ रही थी मेरे नाम की.
लड़की ने कहा नहीं बेटा कुछ नहीं, ऐसा तो कुछ नहीं हुआ. क्यों तुमने क्या देख लिया?
मैंने कहा आंटी इतनी एक्टिंग मत करो मैंने सब देखा है. अब मैंने धीरे से अपना खडा लंड ऊनकी गांड पर सटा दिया और बोला की आंटी बताओ क्या मेरा नाम लेकर मजा आया?
आंटी ने कहा यह क्या कर रहे हो बेटा? में मैरिड हु बेटा आह बेटा.
मैंने कहा नहीं आंटी आप बताओ ना आपकी चूत को यह लंड चाहिए ना बोलो आंटी क्या चूसना है या लंड आपको?
आंटी ने कहा आह औऊ बेटा मुझे चुदना है तुमसे आह्ह मेरी चूत प्यासी है आह औउ.
फिर मेने आंटी को गोद में लिया और उनको बेड में गिरा दिया, और उनका गाउन उतारा. उनके बूब्स बिल्कुल पिंक होने लगे थे, और उनकी पेंटी गीली हो गई थी चूत के पानी से. मेने उनके बूब्स चूसना शुरू किया और एक हाथ से उसकी चूत में उंगली डालकर चूत मसलने लगा. उनसे रहा नहीं जा रहा था वह कह रही थी राज अहः उऔउ अब मुझे मत सताओ इतना आह आह बेटा चोद ना मुझे बेटा अहह ओह्ह मुझे शिवानी बोल. मैं तेरी गर्लफ्रेंड हु आज प्लीज चोद मुझे अहह ओह अहह.
मेने अपना लंड निकाला और उनके मुंह में डाल दिया और वह चूसने लगी और सारा माल पी गई. थोड़ी देर बाद मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने लंड उनकी चूत पे रख कर उसे तडपाने लगा. वह बोली राज ऐसा मत कर चोद मुझे बेटा आह औऊ बात मान मेरी राजा. चोद ना मुझे. मेरी चूत तेरी है आज. मेने एक धक्का मारा और अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया और उसकी चीख निकल गई आऔउ राज मर गई इतना बडा लंड मुझे चोद. आज मुज़े तेरे लंड की रानी बनना है
मेने भी ज़टके देना शुरू किया और उन को भी मजा आने लगा. फिर मैं शिवानी को बाथरुम में ले गया और शोवर चला दिया. मैंने उसको खड़ा किया और पीछे से उसकी चूत मारने लगा. उसको बहुत मजा आने लगा. वह भी अपनी गांड हिला हिला के साथ देने लगी. फिर मेने माल उसकी चूत में छोड़ दिया और वह भी जड़ गई. फिर हम दोनों साथ में नहाए और पार्टी में गए.
फिर एक हफ्ते तक मेने आंटी को कई बार चोदा किचन में, बाल्कनी मैं, सोफे मैं और एक बार दोपहर में बाथरूम में जब सब जाग रहे थे.