अब तक आपने Hindi Sex Story पढ़ा की ज्योति और बेटी डॉली के बीच दरार आ गयी और दोनो एक दूसरे के खिलाफ इलेक्शन मे थी. ज्योति ने राज को बेइज्जत करते हुए घर से निकाल दिया.
अब आगे…
राज सीधा जाकर डॉली से मिला और उसके साथ हाथ मिलाने की पेशकश की. राज ने जब ज्योति के साथ पहली बार सेक्स किया था तब उसने हिडन कॅमरा से वीडियो बना लिया था.
राज ने डॉली को भड़काया की अगर वो वीडियो विराल कर दे और ज्योति के कॅरक्टर पर सवाल खड़े कर दे तो ज्योति को आसानी से इलेक्शन मे हराया जा सकता हैं.
पहले तो डॉली घबरा गयी की ज्योति उसकी मा हैं और उसका ऐसा वीडियो नही विराल कर सकते. मगर फिर राज ने डॉली को इस बात के लिए माना लिया की जंग मे सब कुच्छ जायज़ हैं.
डॉली ने कहा की वीडियो विराल तो नही करेंगे पर ज्योति को धमकी दे सकते हैं ताकि वो इलेक्शन से अपना नॉमिनेशन वापिस ले ले.
ज्योति का सेक्स वीडियो अब ज्योति को मिला. राज ने उसको धमकी दी की अगर वो इलेक्शन से अपना नाम वापिस ले ले वरना वीडियो विराल हो जाएगा. ज्योति का सर चकराने लगा. उस कमीने राज ने उसको धोखा देकर वीडियो बना लिया था.
ज्योति ने राज को फोन लगाया.
ज्योति: “कमीने, आ गया ना अपनी औकात पर. मैं पोलीस मे एक शिकायत करूँगी और तू जैल के अंदर जाएगा”
राज: “मैने भी कोई कच्ची गोलिया नही खेली हैं. मैने यह वीडियो डॉली को दे दिया हैं और उसको भड़का दिया हैं की वो यह वीडियो विराल करे और तुम्हारी बेटी मान भी गयी. अब अगर तुम पोलीस कंप्लेंट करोगी तो तुम्हारी बेटी ही फसेगी. मैं तो खुद को विक्टिम बता दूँगा”
ज्योति: “तू हम मा बेटी के बीच दरार डालना चाह रहा हैं, मगर तेरी पोल मैं खोल दूँगी”
ज्योति अपनी बेटी डॉली के खिलाफ कुच्छ नही करना चाहती थी. ज्योति फिर डॉली से मिलना चाहती थी ताकि उनके बीच की ग़लतफहमी दूर हो और वो डॉली को मना पाए.
ज्योति फिर अकेले मे डॉली से मिलने गयी. वहाँ पर सिर्फ़ डॉली और राज थे. ज्योति और डॉली दोनो आमने सामने कुर्सी पर बैठे बात कर रहे थे. राज भी डॉली के पीछे खड़ा था.
ज्योति: “तो तुम इतना नीचे गिर गयी की अपनी ही मा का सेक्स वीडियो धोखे से बना कर विराल करने की धमकी देने लगी!”
डॉली: “मैं तो सिर्फ़ इसका फ़ायदा उठा रही हूँ. वीडियो मे जो भी हो रहा हैं वो सब कुच्छ आप ही कर रही हैं. अब मुझे क्यू शर्म आएगी, शर्म तो आपको आनी चाहिए”
ज्योति: “अगर मैने अपना नॉमिनेशन वापिस नही लिया तो तू अपनी मा को सारे ज़माने के सामने नंगा कर देगी?”
डॉली: “हा”
ज्योति: “शायद मेरे ही पालन पोषण मे कमी रह गयी थी”
डॉली: “अब यह मेलोड्रामा मेरे सामने मत करो”
ज्योति: “अब तुम्हे अपनी मा के एमोशन ड्रामा लगते हैं. इस धोखेबाज राज का भरोसा मत करना, महा कमीना हैं. यह किसी का नही हैं”
राज ने अपनी पोज़िशन डॉली की चेयर के पीछे ली और अपने दोनो हाथ उपर से डॉली के टॉप के अंदर डाल दिए और ब्रा के अंदर हाथ घुसाए डॉली के बूब्स दबाने लगा.
राज: “हम दोनो अब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं. हम दोनो के बीच कोई नही आ सकता”
डॉली भी स्माइल करने लगी. अपनी आँखों के सामने अपनी ही बेटी के बूब्स किसी पराए मर्द से दबाते देखकर ज्योति का दिल टूट गया. उसको लग गया की डॉली पर इस वक़्त राज की कमिनिपंति का भूत चढ़ा हैं.
ज्योति:”मेरे सामने इतनी बेशमरी करने की ज़रूरत नही. अपनी बदनामी से डर कर मैं अपना नॉमिनेशन वापिस नही ले रही. मगर मैं नॉमिनेशन सिर्फ़ ऐसे इंसान की खुशी के लिए ले रही हूँ जिसको मैने हमेशा अपनी बेटी माना हैं”
ज्योति उठी और दरवाजे से बाहर चली गयी. राज ने अपने हाथ डॉली के टॉप से बाहर निकाले और दाँत दिखाते स्माइल करते हुए डॉली के करीब आया.
राज: “देखा हो गया ना काम!”
डॉली ने एक ज़ोर का चांटा राज के चेहरे पर मार दिया और राज अपना गाल सहलाता रह गया.
डॉली: “साले हरामी, मेरे कपड़ो मे हाथ डालने की इजाज़त किसने दी तुझको?”
राज: “मैं तो ज्योति पर इंपॅक्ट डाल रहा था की हम दोनो का रीलेशन कितना मजबूत हैं, और उसको हार माननी ही पड़ेगी”
डॉली: “इसलिए उस वक़्त मैं कुच्छ नही बोली. मगर आगे से कभी मेरे कपड़ो मे हाथ डालने की कोशिस तो दूर, अगर छुआ भी तो तेरा लंड काट कर हाथ मे दे दूँगी”
राज: “मैने तुमको यह वीडियो लाकर दिया, ताकि तुम इलेक्शन जीत जाओ. इसके बदले मैं तुम्हारे बूब भी नही दबा सकता क्या! मेरा कुच्छ तो इनाम होना चाहिए”
डॉली: “मेरी मा ने तुझको लात मार कर भागाया था इसलिए तू कुत्ते की तरह दूंम हिलता हुआ मेरे पास भीख माँगने आया था. मैने तुझको मेरी हेल्प करने नही बुलाया था”
राज: “इतना क्यू भड़क रही हो, इलेक्शन जीतने के लिए तुम उस बुड्ढे आरके के साथ भी चुदवा चुकी हो. फिर मैं तो उस से लाख गुना बेहतर हूँ. यकीन ना हो तो अपनी मा ज्योति से पुच्छना कैसा मजेदार चोदा था उसको”
डॉली ने वही पड़ा डंडा उठाया और राज को मारना शुरू कर दिया. बाहर से सेक्यूरिटी वाले भी आ गये. उनके सामने ही डॉली ने राज की बेज़्जती करते हुए उसको धो डाला. फिर लास्ट मे उसके दोनो गालो पर एक एक चांटा मारा.
डॉली: “मेरे साथ काम करना हैं तो तमीज़ से रहना, वरना बोरिया बिस्तर बाँध कर चलता बन”
राज ने अपने गाल पर हाथ रखते हुए हा मे सर हिलाया. डॉली वहाँ से चली गयी और सेक्यूरिटी वाले भी चले गये.
राज: “बेटी तो मा से भी ज़्यादा कड़क हैं. इस साली को नंगा करके कुतिया बना कर ना चोदा तो मेरा भी नाम राज नही”
अपने नये घर पहुच कर डॉली सोच मे पड़ गयी की उसने अपनी मा के साथ जो भी किया वो ग़लत था. उसको अपनी मा को ब्लॅकमेल नही करना चाहिए था.
डॉली अपनी मा के बारे मे सोच कर थोड़ा एमोशनल भी हो गयी थी. पर हिम्मत नही हो रही थी की मा से बात करके सॉरी माँग ले.
डॉली का खुद का ईगो इतना बड़ा था जिसने उसको रोके रखा. डॉली को अपनी ज़िद के आगे रिश्ते छोटे लगने लगे.
अगले दिन आरके के बेटी सुहानी भी डॉली से मिलने आई.
सुहानी: “डॉली भाभी, प्लीज़ आप मेरे पापा को जैल से बाहर निकालने मे मदद करो”
डॉली: “मैं अब तुम्हारी भाभी नही हूँ”
सुहानी: “मेरे भय्या कौशल जो की आपके पति भी हैं, अगर वो इस दुनिया मे नही हैं तो हमारा रिश्ता ख़त्म नही हो जाएगा. मैं आपकी ननद हूँ, आपने मुझे अपनी छोटी बहन भी माना था”
डॉली: “वो शादी एक समझौता थी. आरके हमारे घर का दुश्मन हैं. मैं उसको बाहर निकालने मे कोई मदद नही कर सकती”
सुहानी:”मैं अपने पापा के सारे सपोर्टर्स को बोलकर वोट आपको दिलवा सकती हूँ, पर इसके बदले पापा को जैल से बाहर लाने मे मदद कर दो.”
डॉली: “मैने जीतने का इंतज़ाम पहले ही कर लिया हैं”
सुहानी: “आप जो बोलॉगी वो करने को तैयार हूँ”
डॉली: “आरके ने मेरी मा को बहुत परेशान किया और इज़्ज़त उछाली हैं”
सुहानी: “मैं माफी मांगती हूँ”
डॉली: “तुम्हारी माफी से क्या होगा! यह राज मेरा कुत्ता हैं. इसको बोटिया खाने का बहुत शौक हैं. इसको खुश रखना ज़रूरी हैं. तू इसको चोदने दे और खुश कर दे, फिर मैं तेरी मदद कर दूँगी”
राज को अपने आप को कुत्ता कहलवाना बुरा लगा पर सुहानी जैसी जवान लड़की को चोदने का सोच कर उसके मूह मे पानी भर आया.
सुहानी: “राज अंकल के साथ! मैं ऐसा नही कर सकती. इन्होने ही मेरे पापा को फसाया हैं”
डॉली: “तो फिर भूल जा की मैं तेरी कोई मदद करूँगी”
सुहानी: “मुझे पता हैं की आपने पापा से चुदवाया था एक कुर्सी पाने के लिए. मगर मैं आपकी तरह गिरी हुई नही हूँ. मैं अपनी इज़्ज़त नही खो सकती”
डॉली: “एक काम कर, मत चुदवा, पर कम से कम यही अपने कपड़े खोल कर नंगी खड़ी हो जा. यह तो कर सकती हैं”
सुहानी थोड़ी सोच मे पड़ गयी. फिर उसने अपना टॉप निकाल दिया. फिर अपनी जीन्स निकाल कर ब्रा और पैंटी मे आ गयी. डॉली ने राज का चेहरा देखा, जो की ज़ुबान लपलपा रहा था.
सुहानी ने अपना ब्रा और पैंटी निकाल दी और सहमी सी नंगी खड़ी रही. उसकी कच्ची जवानी के छोटे से बूब्स और पतली सी चूत देखकर राज का लंड पैंट मे खड़ा हो गया था.
डॉली: “ओये राज कुत्ते. जा चाट ले सुहानी को”
सुहानी: “नही, प्लीज़, बात सिर्फ़ कपड़े खोलने की हुई थी”
डॉली: “कपड़े खोल दिए हैं, यह सिर्फ़ ज़ुबान से बूब्स चाटेगा”
सुहानी काँपते हुए खड़ी थी और राज उसकी तरफ पलटा. फिर सुहानी के कच्चे आम जैसे बूब्स को चाटने लगा. सुहानी आँखे बंद किए शरीर को कड़ा कर खड़ी रही.
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राज ने चाट चाट कर सुहानी के निपल के साथ बूब्स भी गीले कर दिए. फिर राज ने सुहानी की पतली कमर को चाटना शुरू किया.
सुहानी ने राज का सर पकड़ लिया ताकि वो चूत ना चाट पाए. राज ने सुहानी की नंगी गान्ड पकड़ ली और अपना मूह सुहानी की चूत की तरफ ले जाने लगा.
डॉली: “कुत्ते साले, चूत चाटने को नही बोला था. चल इधर आ”
राज अब डॉली को गुस्से से घूर्ने लगा.
डॉली: “हरामी, घूर क्या रहा हैं? खा जाएगा क्या. चल वहाँ खड़े रह. सुहानी मार इसको थप्पड़”
राज अब डॉली को देखने लगा. तभी एक थप्पड़ आकर उसकी गाल पर पड़ा जो सुहानी ने मारा था.
डॉली: “चल कुत्ते, अब तू बाहर जा, खूब मज़े ले लिए तूने आज”
राज अपना सा मूह लिए बाहर चला गया और सुहानी अपने कपड़े पहनने लगी.
डॉली: “थोड़ी देर पहले तू इज़्ज़त और सम्मान की बात कर रही थी और अभी तू यहा नंगी खड़ी हैं और अपना बदन चटवा रही थी. तुझे यही दिखाना था. ज़रूरत पड़ने पर कपड़े भी खोलने पड़ते हैं और चुदवाना भी. अब तू अपनी इज़्ज़त का टोकरा लेकर जा, तेरे बाप को कोई नही बचा सकता”
सुहानी रोने लग गयी और रोते रोते अपने कपड़े फिर पहनने लगी और गिड़गिडाते हुए डॉली से हेल्प को बोलती रही पर डॉली नही मानने वाली थी. सुहानी वहाँ से चली गयी.
अगले ही दिन ज्योति ने अपना नॉमिनेशन वापिस ले लिया. उसके इस फ़ैसले पर जय और सतीश दंग रह गये , मगर ज्योति ने कारण नही बताया.
डॉली वो चुनाव जीत गयी. फिर उसको पता चला की वो प्रेग्नेंट हैं और उसके पेट मे जय का बच्चा हैं. डॉली फिर ज्योति के घर पहुचि और सब घर वालो को इकट्ठा किया.
डॉली चाहती थी की अब वो अपने घर वालो से गिले शिकवे ज्योति लेगी और अपनी बदतमीज़ी की माफी माँग लेगी.
डॉली: “मम्मी, मैं सॉरी बोलने आई हूँ”
ज्योति: “मम्मी मत बोल, तूने उस रिश्ते का अपमान किया हैं और वो रिश्ता अब ख़त्म हो चुका हैं. मेरी डॉली नाम की कोई बेटी नही हैं. हमें तुम्हारा सॉरी भी नही चाहिए”
डॉली: “मैं प्रेग्नेंट हूँ. मेरे पेट मे जय का बच्चा हैं”
ज्योति: “तेरे लिए रिश्ते कुच्छ नही हैं, सब कुच्छ कुर्सी हैं. क्या पता तेरे पेट मे किसका पाप पल रहा हो. पहले भी तू आरके के साथ गंदा काम कर चुकी हैं. अभी तू राज के साथ वोही सब कर रही हैं”
डॉली: “बस, चुप हो जाओ. आरके और राज के साथ आपने भी चुदवाया था. क्या पता और कितने नाजायज़ बच्चे आपने पैदा करके फेंक दिए होंगे”
जय ने आगे बढ़कर डॉली को थप्पड़ मारना चाहा पर डॉली ने उसका हाथ पकड़ लिया.
डॉली: “संभाल कर रख अपना हाथ. तेरी मा को अपनी चूत सहलाने के लिए ज़रूरत पड़ेगी. अब तो राज भी इनके पास नही हैं इनको खुश करने के लिए”
सतीश: “डॉली, तुम इसी वक़्त मेरे घर से निकल जाओ. तुम नाली से निकलने वाले लोग नाली के कीड़े जैसी ही बात करोगे”
डॉली: “आख़िर यह बात आपकी ज़ुबान पर आ ही गयी. मुझे हमेशा यही समझा था आपने”
जय: “तुम अभी निकलो यहा से. हमारा तुमसे कोई रिश्ता नही है”
डॉली: “जय, मैं चाहू तो तुझपे रेप का इल्ज़ाम लगा सकती हूँ, सबूत हैं मेरे पेट मे तुम्हारा बच्चा”
ज्योति: “जय ही क्यू, हम सबको भी जैल मे डाल दे”
जय: “नही मम्मी पापा, आप रहने दो. मैं जैल जाने को तैयार हूँ”
डॉली: “वो जैल हैं, मेरी चूत नही हैं जिसके अंदर जाने मे तुझको मज़ा आएगा”
जय चिल्लाया और डॉली पर हाथ उठाना चाहा पर ज्योति ने उसको रोक दिया.
डॉली: “जय, मुझको मारेगा? तेरे शरीर मे चोदने के लिए सिर्फ़ लंड हैं, बोलने के लिए जिगर नही हैं. चोदु कही का, अपनी मा पर गया हैं”
ज्योति: “कितनी गंदी ज़ुबान हैं तेरी. तू यहा से निकल, अब कभी मत आना यहा”
ज्योति की आँखों मे आँसू आ गये थे अपनी बेटी के मूह से ऐसे कड़वे बोल सुनकर. डॉली फिर वहाँ से चली गयी.
डॉली जाते जाते सोचने लगी की वो यहा माफी माँगने आई थी मगर गुस्से गुस्से मे वो मामला और भी बिगाड़ कर चली गयी.
अगले एपिसोड मे पढ़िए डॉली की अगली चाल क्या होगी.