मुंबई में जीजू के साथ चुदाई के मजे

जीजा साली ने न्यूड सेक्स के मजे कैसे लिए, इस कहानी में पढ़ें. दोनों ने इकट्ठे आयल मसाज करवाई, फिर एक साथ नहाते हुए ओरल सेक्स किया. फिर घर में …

मेरा नाम पूजा है, मैं अहमदाबाद में रहती हूँ. मेरी उम्र 22 साल है और मैं 5 फुट 6 इंच की हूँ. मेरा फिगर 34-28-36 का है, मैं एकदम गोरी-चिट्टी हूँ.

यह सेक्स कहानी मेरी और मेरे जीजू के बीच हुई एक रोमांचक घटना की है. मेरे जीजू 30 साल के हैं. दीदी ने एक महीने पहले ही जीजू से लव मैरिज की थी और मैं उनसे अब तक नहीं मिली थी.

यह जीजा साली ने न्यूड सेक्स कहनी तब की है जब जीजू अपनी कंपनी के काम से मुंबई जा रहे थे. मुझे भी अपने काम से मुंबई जाना था लेकिन मैं वहां किसी को जानती नहीं थी.

जीजू की बहन मुंबई में ही रहती थीं. मैंने जीजू को कॉल किया- मुझे मुंबई जाना है. दो दिन बाद मेरा उधर ऑडिशन है लेकिन मैं वहां किसी को जानती नहीं हूँ.

जीजू ने मुझसे जाने की तारीख पूछी. मैंने बताया कि बताया न कि मुझे 2 दिन बाद जाना है. तीसरे दिन सुबह 11:00 बजे मेरा ऑडिशन है.

जीजू ने कहा- मैं 2 दिन बाद मुंबई जा रहा हूं. मेरी ट्रेन की टिकट है. अगर तुझे कोई प्रॉब्लम ना हो तो तू भी मेरे साथ ही चल! मैंने कहा- लेकिन मैंने टिकट नहीं ली है मैं कैसे चलूं?

जीजू ने कहा- कोई बात नहीं, मैं तेरी भी टिकट ले लेता हूं. मैं- लेकिन रुकेंगे कहां?

जीजू- मेरी बहन का घर है, वहीं रुक जाएंगे. वहां से ऑडिशन के लिए चले जाएंगे. मैं- ठीक है आप ले लो टिकट!

जीजू ने टिकट निकाल लिया. मेरा टिकट वेटिंग में था.

दो दिन बाद जीजू में कहा कि मैं निकल गया हूं. साढ़े दस बजे ट्रेन अहमदाबाद पहुंचेगी, तो तू भी स्टेशन पहुंच जाना.

मैं बेसब्री से जीजू का इंतजार कर रही थी कि कब ट्रेन अहमदाबाद पहुंचेगी.

ट्रेन जैसे ही अहमदाबाद पहुंची तो मैं प्लेटफार्म पर खड़ी थी. मैंने सलवार कमीज पहन रखी थी.

जीजू शॉर्ट्स और टी-शर्ट में थे. मैं तो जीजू को देखती ही रह गई, वो बड़े ही मस्त लग रहे थे.

मुझे मेरी बहन से जलन हो रही थी कि क्या लौंडा मिला है उसे, मेरी नियत खराब हो रही थी. जीजू ने बताया कि मेरा बर्थ ऊपर वाला है.

हमने सामान ऊपर रख दिया और बैठ गए. कुछ देर बाद हम दोनों ने खाना खाया.

अब मुझे नींद आ रही थी लेकिन बर्थ एक ही थी. जीजू ने कहा- तू सो जा, मैं नीचे चादर बिछा कर सो जाऊंगा.

अगली सुबह हम 7:00 बजे मुंबई पहुंच चुके थे. हमने बाहर निकल कर टैक्सी पकड़ी और सीधा बहन के घर पर चले गए.

वहां जाकर फ्रेश हुए और ऑडिशन के लिए निकलने की तैयारी करने लगे. ऑडिशन से वापिस आकर मुझे घर छोड़ा और जीजू अपने किसी काम के लिए निकल गए.

रात को 8 बज जीजू घर आए तो पता चला कि बहन और उनके पति को दो दिन के लिए किसी शादी में पूना जाना है. वो दोनों रात 11 बजे कार लेकर निकल गए.

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हम दोनों ने भी खाना खाया और टीवी देखने लगे.

मैं न्यूज़ पेपर देखने लगी और पता नहीं कब हम दोनों वहीं हॉल में ही सो गए.

आधी रात को जब मेरी आंख खुली तब मैंने देखा कि जीजू का एक हाथ मेरी कमर पर था, उनका मोटा लंड मेरी गांड से टच हो रहा था.

मैंने कुछ नहीं कहा, बस लंड का मजा लेते लेते सो गयी. सुबह उठ कर कल रात का सीन याद करने लगी.

वही सब सोचती हुई मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई थी लेकिन मैंने अपने आपको सम्भाला हुआ था.

दूसरे दिन जीजू 10 बजे उठे. मैं चाय बना कर लाई.

मैंने बनते हुए कहा- मुझे कल रात वो बहुत डर लग रहा था, इसलिए आपके पास आकर सो गई. जीजू ने कहा- कोई बात नहीं.

मैंने कहा- कल उस न्यूज़ पेपर में मैंने बॉडी मसाज की एड देखी थी. मैं बॉडी मसाज लेना चाहती हूँ. जीजू ने कहा- नहा कर चलते हैं.

तभी दरवाज़े पर घंटी बजी. मैंने जीजू को आवाज दी कि कोई आया है.

वो तौलिया लगा कर बाहर आए तो देखा दूध वाला आया था. जब वो बाथरूम वापिस जाने लगे तो मुझे जीजू को उत्तेजित करने का मन हुआ.

मैं उनकी तौलिया खींचने लगी. जीजू ने कहा- तौलिया निकल जाएगा, ऐसे मत कर.

तब मैं हंसी और बोली कि कल सोते समय बड़ा मज़ा आ रहा था आपको? जीजू ने कहा- क्या फील हुआ?

मैं समझ गई उनके बोलने का क्या मतलब है. मैंने कहा- आप तो बहुत गर्म थे कल!

वो हंस कर बोले- हां, मैं हॉट मर्द हूँ. मैंने कहा- हां, वो तो है.

मैंने कहा कि चलो जल्दी नहा लो. फिर बाहर चलते हैं. हम दोनों निकल गए.

जीजू ने कैब बुला ली. मैंने कहा- कार मसाज पार्लर की तरफ ले लो.

हम दोनों मसाज पार्लर आ गए.

सिंगल आयल मसाज का 1200 रुपये था.

पार्लर वाली जीजू से बोली- सर आप भी अपनी वाइफ के साथ मसाज ले लो. ओनली 1800 रुपये दोनों के. मैं मन ही मन ये ही चाहती थी लेकिन मैं मना करने का नाटक करती, उससे पहले वो पार्लर वाली से बोले- हां ठीक है. हम दोनों मसाज लेंगे.

वो हमें रूम में ले गई और कपड़े बदलने को बोल कर चली गई. जीजू बाथरूम में चले गए.

वहां दो यूज करके फैंकने वाले अंडरगारमेंट्स रखे थे. जीजू अपना निक्कर पहन कर बाहर आ गए. ये देख कर मेरे मन में उत्तेजना दौड़ने लगी और मैं शरारती हंसी हंसने लगी.

कुछ देर बाद रूम में दो लड़कियां आईं, एक लड़की मुझसे बोली कि मैडम आपने चेंज नहीं किया? मैंने कहा कि आप इनको मसाज दे दो, मैं बाद में ले लूँगी.

लड़की बोली- अरे मैडम आप भी चेंज कर लो. आपके हबी ही तो हैं, इनसे क्या शर्माना. मैं मन ही मन हंसती हुई बाथरूम में चली गई और मैं भी पैंटी और ब्रा में बाहर आ गई.

जीजू के तो मुँह से लार टपक रही थी. वो तो मुझे देख कर पागल ही हो गए. मैं भी हंसने लगी कि अब न्यूड सेक्स का मज़ा आएगा.

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मसाज करते हुए लड़की ने मेरी ब्रा निकाल दी, तौलिया मेरी छाती पर रख दिया और मसाज करने लगी. मैं जीजू की बॉडी ही देखे जा रही थी कि छूने का मज़ा कैसे मिले.

हम दोनों की बॉडी पर खूब सारा तेल लग चुका था. लड़की बोली- सर मसाज पूरी हो चुकी है. आप दोनों शॉवर ले लो.

जीजू ने कहा- शॉवर कहां है और साबुन आप ही लगा दो. लड़की हंसती हुई बोली कि मैडम है ना. सर उनसे ही लगवा लो और एन्जॉय करो.

इतना बोल कर वो दोनों लड़कियां चली गईं. अब हम दोनों एक दूसरे को देख रहे थे. मैंने मस्ती करते हुए कहा- चलो मैं साबुन लगा देती हूँ.

जीजू हंसने लगे और शॉवर लेने चले गए.

थोड़ी देर बाद जीजू ने कहा- मेरी पीठ पर साबुन लगा दे. मैं जल्दी से एक हाथ से तौलिया पकड़े हुए साबुन लगाने लगी.

क्या सेक्सी बदन था उनका … मैं अभी सोच ही रही थी कि जीजू ने जल्दी से मेरा तौलिया खींच लिया. इससे मेरे मम्मे दिखने लगे.

जीजू मस्ती में बोले- वाह … ये तो एकदम दूध जैसे सफेद कबूतर हैं. ये कह कर जीजू ने मुझे भी शॉवर में खींच लिया.

मैं भी यही चाहती थी कि पहल जीजू करें ताकि मेरी इमेज भी बनी रहे और लंड का मजा भी मिल जाए.

जीजू ने मेरी पैंटी भी निकाल दी और अपनी भी. हम दोनों नंगे हो गए न्यूड सेक्स के लिए!

जीजू का लंड देख कर मेरे मुँह से निकल गया- तो ये था जो कल रात मुझे परेशान कर रहा था. जीजू ने मेरी बात सुन कर अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया.

अब मैं भी कहां पीछे हटने वाली थी.

जीजू भी मेरे एक दूध को चूसने लगे. मैं मादक सिसकारियां लेने लगी.

मेरा तो पानी ऐसे ही निकल गया. जीजू का जोश पूरे जोरों पर था.

मैं घुटनों के बल बैठ कर जीजू का लंड चूसने लगी. कुछ ही मिनट में जीजू के लंड से भी पानी निकल गया.

उसके बाद हम दोनों 69 की पोज़ीशन में आ गए. काफी देर तक जीजू मेरी चूत चाटते रहे और मैं उनका लंड चूसती रही.

अब मैं सातवें आसमान पर उड़ रही थी. मैंने जीजू के लंड को हिला कर कहा- इसका मज़ा कब मिलेगा? जीजू ने कहा- अभी ले लो.

तभी लड़की की अवाज आई- सर जल्दी करो.

हम दोनों नहा कर जल्दी से रेडी होकर बाहर निकल आए.

बाहर वो लड़की मुस्कुरा रही थी. जीजू ने कहा- खलल डालने में क्या मजा आया? वो हंस पड़ी और बोली- सर वो तो आप दोनों का रोज का काम है.

वो अभी भी हम दोनों को पति पत्नी समझ रही थी. जीजू ने कुछ नहीं कहा.

हम दोनों बाहर आ गए.

अब मैंने कहा- जीजू जल्दी से घर चलो … बड़ी आग लगी है. जीजू बोले- हां, मुझे भी जल्दी से लंड पेलना है.

हम दोनों कुछ ही देर बाद घर आ गए. कमरे में आते ही जीजू मेरे ऊपर और मैं जीजू के ऊपर टूट पड़ी.

हम दोनों एक मिनट से भी कम समय में नंगे हो गए. जीजू ने मुझे उठाया और अपने कंधों पर बिठा किया.

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इस पोजीशन में मेरी चूत जीजू के मुँह के पास लग गई थी. जीजू ने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया और मैं उनके बाल पकड़ कर अपनी चूत उनके मुँह में देने लगी.

कुछ ही समय बाद मुझसे रहा नहीं गया और मैं उनकी पकड़ से छूट कर नीचे उतर आई.

मैंने जीजू के लंड को अपने मुँह में लिया और उसे चूस कर गीला कर दिया. जीजू ने मुझे बेड पर लिटाया और मेरी टांगें फैला कर चूत में निशाना लगा दिया.

मुझे खुद भी लग रहा था कि जल्द से जल्द मेरी चूत में जीजू का लंड घुस जाए. मैंने भी अपनी टांगें फैला दीं. चूंकि मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुद चुकी थी तो मुझे लंड का स्वाद मालूम था.

जीजू का लंड मेरे ब्वॉयफ्रेंड से मोटा और लम्बा भी था तो लग रहा था कि बस किसी तरह जल्दी से चूत में लंड ले लूँ.

जीजू ने अपने लंड का सुपारा मेरी चूत की फांकों में घिसा. और उसी समय मैंने अपनी कमर को ऊपर को उठा दिया. जीजू का सुपारा मेरी चूत को चीरता हुआ अन्दर चला गया.

मेरी कराह निकल गई. मगर मैंने अपनी कसमसाहट को सम्भाल कर किसी तरह से जीजू के लंड से होने वाले दर्द को झेला और दांत भींच कर जीजू के अगले प्रहार का इंतजार करने लगी.

जीजू ने अपना लंड एक दो बार चूत के रस में हिलाया और पोजीशन बना कर मेरे होंठों को अपने होंठों में दबा कर एक करारा शॉट मार दिया. चूत में रस की नदी बह रही थी.

लंड भी खूंखार था. चूत को भोसड़ा बनाने की नीयत से लंड अन्दर घुसता चला गया.

मेरी तेज चीख निकल गई और मैं बेहोश सी हो गई. जीजू ने मेरी दर्द भरी चीख को नजरअंदाज करते हुए लगातार आठ दस धक्के मार दिए. चूत के चिथड़े उड़ गए.

मेरी आंखों से आंसू बह निकले. मगर चूत भी लंड खा चुकी थी तो जल्द ही मोटे लंड की मुरीद हो गई और मैं भी अपने जीजू के लंड से चुदने का मजा लेने लगी.

धकापेल चुदाई का मजा आने लगा.

जीजू मेरे थन चूसने लगे और मुझे गाली देते हुए चोदने लगे- आह साली रांड, कबसे तेरी चूत चोदने की फिराक में था … आह साली आज जाकर मिली है कुतिया! मैंने भी गाली बक दी- मादरचोद जीजू साले भैन के लंड … फाड़ दी तुमने मेरी चूत … आह मगर मजा आ गया आह चोद दो मेरी जान.

कुछ बीस मिनट तक ताबड़तोड़ चुदाई के बाद जीजू ने लंड खींच कर मेरे मुँह से लगा दिया और मैंने अपने जीजू का माल पी लिया.

फिर जब तक उनकी बहन वापस नहीं आ गईं, तब तक हम दोनों ने हचक कर चुदाई का मजा लिया.

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