ट्रेन में बीवियों की अदला बदली – Hindi Sex Story

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम लालू है और मेरी उम्र 52 साल है. मेरी पत्नी का नाम पुष्पा है और उसकी उम्र 49 साल है. हमारे एक बेटी और एक बेटा है और उन दोनों की शादी हो चुकी है और वो बाहर रहते है और हम अकेले ही रहते है. हमारी प्रॉपर्टी के किराए से आमदनी हो जाती है और हम ज़्यादातर समय फ्री रहते है.

मेरी हाईट 5 फुट 4 इंच, मोटा शरीर, रंग सांवला, वजन 86 किलोग्राम है. मेरी पत्नी की हाईट करीब 5 फीट, रंग गोरा, भरा हुआ बदन, भारी बूब्स, फिगर साईज 38-38-40 है, वो अभी भी सेक्सी लगती है. हमारी सेक्स लाईफ ठीक ठाक चल रही है कोई खास नहीं. मेरा लंड करीब 4 इंच खड़ा होने पर और मोटाई 2 इंच है. अब जब तक बच्चे साथ थे तो हमने इस बारे में कभी सोचा नहीं था, लेकिन अकेले रहने पर सेक्स की तरफ ज़्यादा ध्यान जाने लगा.

अब हमारे पास समय पूरा था और घर में कोई नहीं था, इसलिए हम ब्लू फिल्म की सी.डी लाकर कंप्यूटर पर लगाकर देखते थे. अब ब्लू फिल्म में दो मर्द मिलकर एक औरत को चोदते या लोग अपने पार्टनर को बदल-बदलकर चोदते थे. उनके मोटे लंड और लंबे लंड को देखकर मेरी पत्नी की हसरत बढ़ जाती थी और वो अपनी ललचाई निगाहों से देखती रहती थी.

अब बार-बार मेरा ध्यान उस तरफ जाता थी कि देखो इसका लंड कितना मोटा और लंबा है? इनके पार्टनर को तो बहुत मज़ा आता होगा? ये कितना टाईम झड़ने में लगा रहे है? देखकर ही कितना मज़ा आ रहा है? और फिर वो मुझसे कसकर लिपट जाती और हम चुदाई में जुट जाते थे. हमें ब्लू फिल्म देखकर चुदाई करने में बहुत मज़ा आता था. मेरा लंड छोटा होने पर भी ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगते तो पुष्पा मदहोश हो जाती और आह-आह करके नीचे से अपनी कमर उठाकर चुदाई में पूरा जवाब देती थी.

फिर एक दिन मैंने पुष्पा से पूछा कि लंबे मोटे लंड की तुम्हें बहुत हसरत है, क्यों ना हम किसी लंबे लंड की व्यवस्था करें? तुम्हें भी मज़ा आएगा. फिर वो पहले तो सकुचाई, लेकिन उसके मन में लंबे मोटे लंड की हसरत थी, इसलिए उसने मना नहीं किया और मुस्करा दी. हमारे फ्रेंड्स का ग्रूप था, जो कि एक ही उम्र के थे.

अब हमें जयपुर में एक शादी में जाना था और मेरा दोस्त विजय को भी उसी शादी में जाना था, तो हमने एक साथ जयपुर जाने वाली ट्रेन में रिज़र्वेशन करवाया. ए.सी 2 टीयर में 4 बर्थ होती है और विजय उसकी पत्नी रेखा और में और पुष्पा उसी डब्बे में सवार हुए और ट्रेन चल दी. फिर मैंने विजय को देखकर पुष्पा को चुपके से कहा कि तुम्हें लंबे लंड की इच्छा है जो आज पूरी हो जाएगी, तो वो बोली कि कैसे? तो मैंने कहा कि विजय का लंड लंबा है, तो वो बोली कि तुम्हें कैसे मालूम?

फिर मैंने कहा है हम हॉस्टल में साथ थे और वहाँ कॉमन बाथरूम में हम लोग एक दूसरे के सामने नंगे नहाते थे, इसका लंड लंबा था. अब में आपको विजय और रेखा के बारे में बता दूँ.

विजय करीब 51 साल का था, हाईट 5 फुट 6 इंच, बदन तंदुरुस्त, सीना 36, वेस्ट 38, वजन 70 किलोग्राम. रेखा साँवली करीब 45 साल की, हाईट 5 फुट 2 इंच, फिगर साईज 34-34-38 है, वो अच्छी सेक्सी दिखती थी. अब ट्रेन में हम लोग आपस में बातें करने लगे थे और वेज नॉनवेज जोक्स चल रहे थे.

अब पुष्पा तो वैसे ही सेक्सी मूड में थी और फिर जब रेखा ने कहा कि आपके तो मज़े है, घर में कोई नहीं है चाहे जब लग जाओ और हमें तो बच्चों का ध्यान रखना पड़ता है, बच्चे बड़े और शादीशुदा है तो रात में भी मुश्किल से मौका मिलता है और जैसे तैसे जल्दी से निपटना पड़ता है. फिर पुष्पा ने कहा कि चलो आज तो कोई नहीं है पूरी रात पड़ी है, इस डब्बे में बस हम चारों है तो यहीं मज़े ले लो. फिर रेखा ने कहा कि धत कैसी बात करती हो? तो पुष्पा ने कहा कि दोस्ती में खुला खाता होना चाहिए, शरमाने का क्या काम?

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अब इन बातों ने विजय को उकसा दिया था तो वो खुश होते हुए बोला कि भाभी सही तो कह रही है, मेरा और लालू का वैसे ही खुला ख़ाता है. हॉस्टल में हम लोगों का ग्रुप था और हम एक साथ नंगे नहाते थे, हमने एक दूसरे का लंड देखा है, लालू का लंड छोटा है इसलिए वो सबका लंड अपने हाथ में लेकर खेलता था. फिर पुष्पा ने पूछा कि और विजय भैया आपका?

उसने बताया कि मेरा लंड हम सब दोस्तों के ग्रुप में सबसे बड़ा है, तो पुष्पा ने कहा कि रेखा भाभी को तो बहुत तकलीफ़ होती होगी. फिर विजय बोला कि वो तो मेरा लंड उचक-उचककर लेती है इससे ही पूछ लो, आप भी चाहो तो आजमा कर देख लो, तो पुष्पा शरमाते हुए मुस्करा दी. अब यह सेक्सी बातें सबको हॉट कर रही थी.

फिर विजय रेखा को अपनी बाँहों में भरकर चूमने लगा और उसके होंठ अपने होंठो में भर लिए और अपनी जीभ उसके मुँह के अंदर डालकर फ्रेंच किस करने लगा और उसके बूब्स ब्लाउज के ऊपर से ही मसलने लगा था.

अब रेखा बुरी तरह से मचलने लगी थी और अपनी बाहें विजय के गले में डालकर चिपक गई थी और उसकी पीठ पर अपने हाथ बाँध लिए थे. अब हम दोनों उन दोनों को देखते हुए उन दोनों को बढ़ावा देने लगे थे और उनके पास जाकर खड़े हो गये थे.

फिर पुष्पा ने पास आकर कहा कि विजय भैया हमें भी तो आपका दिखाओ और करना ही है तो खुलकर करो, यहाँ किसकी शर्म? तो विजय अलग होकर अपने कपड़े उतारने लगा और पुष्पा ने रेखा की साड़ी उतारकर अलग कर दी और ब्लाउज के बटन खोलने लगी.

फिर रेखा ने खुद ही अपने ब्लाउज के बटन खोलकर अपना ब्लाउज पीछे की तरफ किया, जिसे पुष्पा ने खींच दिया और पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया, तो रेखा के बूब्स बाहर आ गये और उसके अच्छे गठीले बूब्स थे. फिर पुष्पा ने रेखा के पेटीकोट का नाड़ा भी खींच दिया, तो उसका पेटीकोट भी नीचे आ गिरा और अब रेखा सिर्फ़ पेंटी में थी.

अब उधर विजय ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे और एकदम नंगा खड़ा था. घुंघराले बाल, हल्की मूंछे और गठीला स्वस्थ बदन, उसका लंबा लंड जो कि 7-8 इंच का था खड़ा होकर पूरी तरह से तन गया था.

अब पुष्पा एकदम शॉक होकर उसके बदन को देखती ही रह गई थी और उसके लंबे लंड को देखकर उसके मुँह से आह निकल गई थी, उसने वास्तविक में लंबा लंड पहली बार देखा था, उसने अभी तक तो ब्लू मूवी में ही इतना बड़ा लंड देखा था और मेरा लंड उसका करीब आधा ही था.

अब विजय रेखा को बर्थ पर लेटाकर उसके गाल चूसने लगा था. फिर विजय धीरे-धीरे उसकी गर्दन पर अपनी जीभ फैरते हुए उसके बूब्स की निपल्स को अपने मुँह में भरकर काटने लगा और अपने दूसरे हाथ से उसकी एक चूची मसलने लगा था.

अब रेखा सिसकारियाँ भरते हुए ओहा आआहह करने लगी थी और अपना एक हाथ आगे बढ़ाकर उसके लंड को अपनी मुट्ठी में भर लिया और उसकी मुलायम स्किन को पीछे करके उसके लंड के सुपाड़े को हल्के-हल्के दबाने लगी.

अब रेखा पूरी तरह से मस्त हो गई थी और विजय के मुँह को अपने बूब्स पर ज़ोर-ज़ोर से दबा रही थी. फिर विजय ने अपना मुँह और नीचे ले जाकर उसकी नाभि में अपनी जीभ डालकर ज़ोर-ज़ोर से घुमाने लगा, तो रेखा भाभी सिसकारियाँ लेकर बोली कि हाए राजा इस तरह से तो में मर ही जाउंगी. अब विजय ने रेखा की पेंटी भी खींचकर अलग कर दी थी और अपना मुँह रेखा भाभी की क्लीन शेव चूत पर ले जाकर उनकी चूत का दाना अपनी जीभ से चाटने लगा था.

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फिर रेखा सिसकारियाँ भरकर ज़ोर-ज़ोर से ओह आआआहह करते हुए मचलने लगी और अपने हाथ को ज़ोर-जोर से विजय के लंड पर चलाने लगी थी. फिर विजय ने अपनी पोजिशन बदल ली और अब वो दोनों 69 पोज़िशन में आ गये थे. अब हम दोनों शॉक होकर उनकी हरकते देख रहे थे फिर विजय बोला कि तुम दोनों क्या मजे ले रहे हो? तुम दोनों भी शुरू हो जाओ, क्या देख रहे हो? अब मेरा लंड भी खड़ा होकर तन रहा था और पुष्पा भी अपनी चूत पर अपना हाथ घुमा रही थी.

फिर हमने भी अपने कपड़े उतारने चालू कर दिए तो मैंने अपनी टी-शर्ट खोलकर अलग कर दी और पेंट की चैन खोलकर अपनी पेंट भी उतार दी. अब में सिर्फ चड्डी में था और मेरा खड़ा लंड बाहर आने को मचल रहा था.

फिर में पुष्पा की तरफ मुड़ा और उसको अपनी बाँहों में लेकर उसके गाल पर अपने दांत चुभा दिए तो वो सिसकारी भरकर मुझसे चिपक गई और मेरी चड्डी खींचकर अलग कर दी. अब में पूरा नंगा था और मेरे छोटे मियां अकड़कर अपना सिर ऊपर की तरफ लहरा रहे थे. फिर पुष्पा ने मेरे छोटे लंड को अपनी मुट्ठी में ले लिया और आगे पीछे करने लगी.

फिर मैंने पुष्पा की साड़ी खींचकर अलग कर दी और फिर उसके ब्लाउज के बटन खोलकर अलग किया और फिर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया, तो वो भी अलग होकर नीचे गिर पड़ी. फिर मैंने उसके पेटीकोट का नाडा खींचा तो उसने पेंटी नहीं पहनी थी और अब वो एकदम नंगी थी.

फिर विजय ने बोला कि भाभी वाह क्या गदराया बदन पाया है? में रेखा की तो रोज लेता हूँ. आज आप ही दे दो. फिर पुष्पा ने कहा कि मैंने कब मना किया है? आपका तो वैसे भी गधे का लंड है, में तो देखते ही दीवानी हो गई हूँ, रेखा भाभी की तो बल्ले-बल्ले है, इतने बड़े लंड के मज़े हमें कहाँ मिलते है? अब विजय यह सुनते ही रेखा को छोड़कर पुष्पा के पास आ गया और मुझसे बोला कि आज तू रेखा के मज़े ले, मेरे बड़े लंड को खा-खाकर इसका पेट भर गया है आज इसके लिए तेरा छोटा लंड ही सही है और आज में पुष्पा भाभी को मज़े देता हूँ.

अब में रेखा भाभी की तरफ जाकर उनके बूब्स अपने मुँह में लेकर चूसने लगा था. फिर में अपनी जीभ उनकी नाभि में घुसेड़कर फैरने लगा और फिर अपना मुँह ले जाकर नीचे से उनके तलवे चाटने लगा और फिर उनके पाँव की पिंडी को हल्के-हल्के काटने लगा और फिर उनकी जाँघो को अपनी मुट्ठी में भरकर भींचते हुए उनकी चूत का दाना अपने मुँह में भरकर अपनी जीभ से कुरेदने लगा था. अब रेखा भाभी मस्त हो गई थी और मेरा सिर अपने दोनों हाथों से जकड़कर एकदम उनकी चूत के मुँह से लगा दिया.

फिर में अपनी जीभ से उनकी चूत जो कि गीली हो गई थी, उसको कुत्ते की तरह चाटने लगा था.

अब उधर पुष्पा ने विजय के लंबे लंड को मस्ती में पूरी तरह से अपने मुँह में भर लिया था और मस्त होकर चूसने लगी थी. अब विजय उसके मुँह में अपना लंड अंदर बाहर करते हुए उसके मुँह को चूत की तरह चोदने लगा था और उसके बूब्स को बुरी तरह मसलने लगा था. अब उसके बूब्स के निप्पल पूरे खड़े हो गये थे.

फिर थोड़ी देर बाद उसने अपने लंड को बाहर निकाला और पुष्पा को सीट पर लेटाकर उसकी दोनों टांगो के बीच में आ गया और उसकी दोनों टांगो को अपने कंधो पर रखकर उसकी चूत के छेद पर अपना लंड रखकर ज़ोर से धकेला तो पुष्पा के मुँह से ज़ोरदार किलकारी निकली आहहह क्या गधे जैसा लंड है? ओह राजा मेरी चूत को पूरा फाड़कर भोसड़ा बना दो, मुझे इतना मज़ा कभी नहीं आया है, ज़ोर- ज़ोर से चोदो मेरे राजा, हाईईईईईईईईईईईईईईईई लालू देखो तो सही इनका कितना बड़ा है?

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अब विजय का पूरा लंड पुष्पा की चूत में घुस गया था और वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा था और पुष्पा ओह-ओह करते हुए सिसकारियाँ भर रही थी ऐसा मज़ा कभी नहीं आया हाईईईईईईईईईईईईईईईई.

अब इधर मेरा मुँह भी रेखा भाभी की चूत पर ज़ोर-ज़ोर से चल रहा था और में अपनी जीभ से उनकी चूत को चोद रहा था और वो मछली की तरह तड़प रही थी, हाईईईईईईईईईईईई और ज़ोर से चूसो, चुसवाने का मज़ा भी एकदम अलग है, हाईईईईईईईईईईई बहुत दिनों के बाद आज मौका मिला है हाईईईईईईईईईईई, ज़ोर-ज़ोर से चूसो, ओह में जा रही हूँ, हाईईईईईई ओह-ओह करके उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया, जिसे में पूरी तरह से पी गया. अब उन्होंने मस्ती में अपनी आँखे बंद कर रखी थी.

फिर में उनकी दोनों टांगो के बीच में आ गया और उनकी दोनों टांगे अपने कंधे पर रखकर अपने लंड को उनकी चूत पर रखकर ज़ोर से धकेला, तो मेरा लंड उनकी गीली चूत में झट से घुस गया.

फिर उन्होंने एक हल्की सी सिसकारी भरी और में भी ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा. अब उधर विजय भी लगातार धक्के लगाए जा रहा था और पुष्पा मस्त होकर बडबडाए जा रही थी, ओह राजा और ज़ोर से और ज़ोर से चोदो, आज तो मेरी चूत फाड़ दो, हाए राम मज़ा आ गया, मैंने इतना बड़ा लंड कभी नहीं लिया था, ओह आहह आहह ओह में झड़ रही हूँ, ओह ओह ओह में गई, हाईईईईईईईईईईईईईई. अब विजय भी सटासट पेले जा रहा था, बिल्कुल पिस्टन की तरह.

फिर पुष्पा आहह ओह ओह ओह करने लगी और फिर 10 मिनट बाद उसने एक बार फिर अपनी आँखें बंद कर ली और ज़ोर से चिल्लाई ओह में गई, ओह में गई और एक बार फिर से उसकी चूत ने पिचकारी छोड़ दी.

अब उसकी चूत एकदम छोटी सी झील हो गई थी और अब विजय का लंड उसमें फिसल-फिसलकर जा रहा था. अब एकाएक उसकी आँखें भी बंद होने लगी थी और फिर उसके धक्को की स्पीड एकदम बढ़ गई. फिर में समझ गया कि अब वो जाने वाला है और एकाएक वो करीब 2 फुट उसकी चूत से ऊपर उठा और ज़ोर से अपना लंड पुष्पा की चूत में डालकर अपना पूरा माल पुष्पा की चूत में छोड़ दिया और पुष्पा ने एक बार फिर से सिसकारी भरकर उसका साथ देते हुए अपनी चूत से एक बार फिर पानी छोड़ दिया.

अब हम लोग रुककर उनकी चुदाई का नज़ारा देख रहे थे. फिर जैसे ही वो खल्लास हुए तो मैंने फिर से ज़ोर-ज़ोर से चुदाई शुरू कर दी, ताकि रेखा भाभी को विजय के लंबे लंड की कमी महसूस ना हो.

अब वो भी अपनी कमर उचका-उचकाकर मेरा साथ दे रही थी. फिर एकाएक मुझे लगा कि मेरे लंड के सुपाड़े में शहद जमा हो रहा है, तो मैंने एक ज़ोर के धक्के से अपना पूरा लंड उनकी चूत में घुसा दिया और अपना सारा वीर्य उनकी चूत में ही छोड़ दिया.

फिर रेखा भाभी ने अपनी आँखें बंद कर ली और ओह करते हुए उनकी चूत ने भी अपना पानी छोड़ दिया. फिर हम चारो निढाल होकर बर्थ पर लेट गये और लंबी-लंबी साँसे लेने लगे. फिर रातभर हमारा यह सिलसिला चलता रहा और हम पार्टनर बदल-बदलकर चुदाई का खेल खेलते रहे.

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