शीला की लीला – 8 | Hindi Sex Story
सुबह ४:४५ को रसिक दूध देने आया.. शीला ने दरवाजा खोला और आजूबाजू नजर डालकर देखा.. चारों तरफ घोर अंधकार था.. शीला ने रसिक की धोती के लंगोट के ऊपर से ही उसके लंड को सहलाते हुए पूछा “मुझसे नाराज है क्या रसिक??” “नहीं नहीं भाभी.. ” कहते हुए रसिक ने अपनी लंगोट को हटाकर काले अजगर जैसा अर्ध जागृत लंड बाहर निकालकर शीला के हाथ में थमा दिया “बाप रे बाप.. कितना बड़ा है ये रसिक.. ” कहते हुए शीला उसके काले लंड को ऐसे आगे पीछे करने लगी जैसे भेस के काले थन को दुह रही हो.. काफी भारी था रसिक का लंड!! दरवाजे पर खड़े खड़े ही …