चूतो का समुंदर – 10
मैं ऑर आंटी मेरे रूम मे गये ओर मैने जाते ही आंटी को बाहों मे भर लियाआंटी-अरे अभी नही….जाना है ना…वहाँ मज़े करेगे मैं-नही …आपको खुश तो यहीं करूगा …मेरे रूम मे…ऑर इतना बोल कर मैने आंटी को कस के बाहों मे भर लिया ऑर लिप किस करने लगा.. आंटी मेरी बाहों मे झटपटाने लगी… आंटी-सुनो तो….आआहह..मेरी बात …उउउंम्म..सस्सुनो तोमैने(रुक कर)-क्या ?? आंटी-ओके…लेकिन साड़ी तो निकालने दो…खराब हो जाएगी तो दूसरी शादी भी नही है मैं(कुछ सोचकर)-वो टेन्षन मुझ पर छोड़ दो….ओर मैने फिर से आंटी के होंठो को चूसना स्टार्ट कर दिया…. अब आंटी भी मेरा साथ दे रही थी ओर देखते ही देखते आंटी मुझसे भी ज़्यादा तेज़ी …