मेरा नाम सरोज है मैं ग़ाज़ियाबाद में रहती हूं। मेरे पति का नाम महेंद्र है। हम दोनों ने लव मैरिज किया था और मुझे वह ग़ाज़ियाबाद लेकर आ गया तब से हम लोग ग़ाज़ियाबाद में ही रह रहे हैं। कितनी यादें कितनी दिक्कतें सभी मुझे याद है जो मैंने ग़ाज़ियाबाद में मुश्किल भरे दिन बिताए थे। Gareeb Bhabhi Chudai
मेरा जो पति है उसने मुझे ऐसे ऐसे सपने दिखाए ऐसे ऐसे ख्वाब दिखाए जिसको देखकर जिसको सुनकर मैं उसके पीछे पागल हो गई और उसे मैंने शादी कर लिया। मां-बाप को ठुकरा दिया अपने पति के लिए। आज भी मेरे मां-बाप मुझसे बात नहीं करते हैं।
मुझे अपने पति पर भरोसा था पर यह भरोसा उसने तोड़ दिया मुझसे। भगवान ना करे किसी का ऐसा पति मिले जैसा पति मुझे मिला है। अब मेरी कमाई वह खाना चाहता है। और खा भी रहा है मेरे दो बच्चे हैं जो स्कूल में पढ़ते हैं। और मेरा पति एक छोटे से कंपनी में नौकरी करता है जिसे मेरा घर भी सही से नहीं चल पाता है।
मैं देखने में बहुत खूबसूरत हूं बहुत हॉट हूं। पर यह मेरे पति के लिए किसी काम का नहीं है। जैसे एक गरीब आदमी को हीरा मिल जाए तो वह हीरा गरीब आदमी के किसी काम का नहीं है उसके बदले उसे 10 किलो आटा मिल जाता तो अच्छा था।
यही हाल मेरे पति के साथ है खूबसूरत हूं हॉट हो सेक्सी हूं पर वह मुझे भोग नहीं सकता। सीधे कहानी पर आती हूं ज्यादा बर्बाद नहीं करना चाहते हो आप सबों का वक्त। मेरे पति के चार दोस्त हैं और पति से उन चारों ने इसलिए दोस्ती किया क्योंकि मैं खूबसूरत हूं।
मेरे पति को लगता है कि वह ज्यादा काबिल है इस वजह से उनके यह सब दोस्त हैं। कई लोगों की यही गलतफहमी होते हैं जैसे कि मेरे पति को है। उन चारों से मेरे पति ने काफी पैसे लिए जिसे मेरा घर चला था। करोना बीमारी के बाद और भी ज्यादा दिक्कत में आ गई थी। “Gareeb Bhabhi Chudai”
घर के हालात ठीक नहीं था मेरे पति ने उन समूह से पैसे लेकर घर चलाएं। पर वह लोग किसी को कुछ फ्री में नहीं देता या उधार भी देता है तो कुछ ना कुछ रख कर देता है यानी कि गिरवी रख कर। जब उन लोगों ने पैसे मांगने शुरू किए मेरे पति से तो मेरे पति के पास तो पैसे थे नहीं। उन्होंने मुझे गिरवी रख दिया।
मेरे से बात करने के लिए आए कि वह लोग पैसे मांग रहा है और अगर नहीं देंगे तो हम लोगों को बेइज्जत करेगा। वह चारों कह रहा था। कि तुम अपने बीवी को मुझे दे दो चोदने के लिए ब्याज नहीं लूंगा। और मैंने हां कह दिया उसको तो तुम्हें मेरी इज्जत बचाने होगी। “Gareeb Bhabhi Chudai”
मैंने गाली देकर अपने पति को बोला कि तू अपनी इज्जत बचा रहा है या मेरी मुझे नीलाम कर रहा है। दिन भर खूब लड़ाई हुई रात को 8:00 बज गए थे लड़ते लड़ते उस दिन मेरे दोनों बच्चे अपने नानी के घर गए थे। मेरे से तो बातचीत मेरे मम्मी पापा से नहीं होती है पर मेरे बच्चे से होते हैं।
9:00 बजे रात को दिन मेरे घर का दरवाजा किसी ने खटखटाया मैंने कहा जा खुद देख कौन है मैं अपने पति को बोली। जब वह दरवाजा खोला तो वह चारों ही था। अंदर आ गया घर में मेरे सामने खड़ा हो गया मेरा पति भी वहीं खड़ा था।
मैं पूछे कि आप लोग यहां पर क्यों आए हो उन चारों ने कहा कि भाभी जी आप को प्यार करने आया हूं इस आदमी ने 50000 लिया है आज तक एक ब्याज भी नहीं दिया है। इसलिए ब्याज के बदले एक रात का सौदा किया है।
मुझे तो यह बात पता ही था। मैंने अपने पति की तरफ देख कर उसको बोली तो तुमने मुझे बेच दिया है। तुमने मुझे रंडी बना दिया है? वह चुपचाप खड़ा रहा और मैं पूछती रही। उन चारों ने हम दोनों की लड़ाई को देखकर वहां से जाने लगा और बोला कि 2 दिन के अंदर मेरे 50000 दे दियो नहीं तो मेरे से बुरा कोई नहीं होगा। “Gareeb Bhabhi Chudai”
मेरा पति वहीं पर खड़ा था। मैं बोली कि क्या कहते हो तुम मेरे पति ने कहा एक रात की बात है। मैंने कहा ठीक है और मैं ब्लाउज का हूं खोलने लगी अपने आंचल को नीचे कर दी। खड़े-खड़े नंगी हो गई उन चारों ने मुझे देखा और आकर वहीं सोफे पर बैठ गया।
मैं कमरे में चली गई एक पीछे पीछे आया उसने अपने सारे कपड़े उतारे मेरे चूचियों को मसलने लगा मेरे गांड में उंगली कर दिया मेरे चूत को चाटा। फिर अपना मोटा करीब 9 इंच का लंड था उसने मेरी चूत में घुसा दिया आज तक कभी इतना मोटा लंड मेरी चूत में नहीं गया था।
मुझे बहुत ही ज्यादा दर्द होने लगा था पर मैं करती क्या मैं चुपचाप लेटी रही और वह मुझे चोदता रहा। मेरे चुचियों के साथ खेल रहा था मेरे होंठ चूस रहा था मेरे बालों मैं उंगली करते हुए जोर जोर से धक्के दे रहा था। उसका पूरा लंड जब मेरे चूत के अंदर जाता था तो मैं हिल जाती थी।
20 मिनट की चुदाई में वह ढीला पड़ गया और वह बाहर चला गया। मैं वैसे ही नंगी लेती रही दूसरा है उसने भी मेरे जिस्म के साथ खूब खेला और मुझे चोद कर चला गया। मेरा पति बाहर सोफे पर बैठ कर यह सब तमाशा देख रहा था और वह लोग बारी-बारी से अंदर आ रहे थे और मुझे चोद कर जा रहे थे। “Gareeb Bhabhi Chudai”
जब अंतिम वाला आया यानी कि चौथा आदमी तो मुझे लगा मैं पागल हूं क्या इस आदमी के पीछे मेरे पति के पीछे याद में तो मुझे बेच दिया नीलाम कर दिया है। और ब्याज के बदले मुझे चुदवा रहा है। तो मैंने उस चौथे आदमी से बोली कि कल से लेना होगा तो 2000 लेकर आ जाना पूरी रात मुझे चोदना।
उसने कहा ठीक है। पर मुझे चोद कर उस दिन चला गया। दूसरे दिन के बाद से मैं हर एक दिन एक मर्द को ढूंढती हूं रोजाना रात को चुदती हूँ। 2000 रोज कमाती हूँ मेरा पति दूसरे कमरे में सोता है और मैं अपने कमरे में रोज नए-नए मर्द के साथ रंगरेलियां मनाते हैं चुदाई करते हैं पैसे कमाती हूँ। जब पति ने मुझे रंडी बना ही दिया तो सती सावित्री बनने से क्या फायदा। अब मेरा पति मुझे कुछ नहीं बोलता है औरकुछ बोलेगा तो मैं मुंह तोड़ दूंगी।
क्योंकि मैं अब अपने लिए जीती हूं अपने लिए पैसे कमाती हूं। जब एक पति ही अपनी पत्नी को रंडी बना दे उस पत्नी को भी उस पति की क्या इज्जत करनी चाहिए अब आप ही बताओ। इसलिए मैं खुद के लिए जीती हूं ना कि अपने पति के लिए जीती हूं। अब मैं खुश हूं इसलिए मैं तुझे ही कहूंगी भावनाओं में बहकर और बहकावे में आकर कभी भी किसी से शादी नहीं करनी चाहिए। आज मैं रंडी बनी हूं तो सिर्फ अपने पति के लिए।